Patna- सम्राट चौधरी- महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद भाजपा की ओर से विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाये गये सम्राट चौधरी इन दिनों लगातार नीतीश कुमार लगातार पर हमलावर हैं.
अपने ताजातरीन बयान में उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पेट में जो दांत है, उसे मैं ही तोडूंगा.
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लोकनायक के रास्ते चलने वाले नहीं है नीतीश कुमार-सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार के द्वारा दावा किया जाता है कि जयप्रकाश आन्दोलन की उपज हैं,
लेकिन वह लोकनायक के रास्ते पर चलने वाले नहीं है,
नीतीश कुमार तो कर्पूरी ठाकुर के रास्ते पर भी नहीं चले.
यही कारण था कि जनता दल में टूटन हुआ और जॉर्ज साहब के नेतृत्व में समता पार्टी बनी.
समार्ट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार मेरे पिताजी से 20 वर्ष छोटे हैं,
लेकिन ये मेरे पिता सकुनी चौधरी का पैर पकड़ कहा था
आप मुझे मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषणा कीजिए तो मैं समता पार्टी में आऊंगा.
सम्राट चौधरी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मेरा जन्म जनता दल में हुआ तो यह गलत हैं,
लालू के गुंडों ने हजारों लाठी मारा
मेरी राजनीतिक पैदाइश समता पार्टी में हुई है. उस समय लालू यादव के गुंडों ने मुझे हजारों लाठी मारा.
जेल में बंद रखा और मेरा घर तोड़ा गया और मेरे घर में रखे अनाज में पेशाव और डीजल डाला गया.
सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी आंदोलन नहीं किया.
वह तो मुख्यमंत्री की हैसियत से मुंगरे गये लेकिन मेरी मां की मृत्यु पर संवेदना तक व्यक्त नहीं किया. जब नीतीश कुमार की आंधी थी, तब भी मैं आरजेडी से चुनाव जीत कर आया. नीतीश कुमार से अकेले में जो मिल गया, उसका राजनीतिक सर्वनाश हो जाता हैं.
नीतीश कुमार पर विश्वास करने से अच्छा है जहर खाकर मर जाना
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर भरोसा करने से अच्छा है कि जहर खा के मौत को अपना लिया जाय.
नीतीश कुमार ने 2016 में एड़ी चोटी का जोड़ लगाकर मेरी सदस्यता खत्म करवा दिया.
इसके बाद उन्होंने कहा कि भाजपा आपको क्या देगी आप जदयू के टिकट पर चुनाव लड़िए.
लेकिन भाजपा ने जो सम्मान दिया, उसे मैं कैसे भूला सकता हूं.
नीतीश कुमार के बुढ़ापे पर तंज
नीतीश कुमार के बुढ़ापे पर तंज कसते हुए सम्राट चौधरी ने कहा
कि 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार 2-3 रैली करते थे और
तेजस्वी यादव 15-16 रैली करते थे. फिर जीत कैसे मिलती.
उन्होंने कहा कि मुझे नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है,
मैं तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी की तरह नहीं हूं कि एक दो दिन सदन में बैठकर फिर दिल्ली चला जाउंगा.
मैं तो सवाल पूछूंगा ही. नीतीश कुमार ने बिहार का पॉलिटिकल डीएनए खत्म कर दिया है,
इन्हे तो 32 वर्षो का हिसाब देना होगा.