पटना: BPSC टीआरई 3 पेपर लीक मामले में इओयू ने करीब 270 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है और जांच अभी जारी है। इओयू की पुष्टि करने पर भी BPSC पेपर लीक की बात मानने से इंकार कर रही है। बीपीएससी ने इओयू से पुख्ता सबूत की मांग की है। इधर अभ्यर्थियों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है कि परीक्षा रद्द होगी या नहीं। बीपीएससी ने सीधे शब्दों में बिना सबूत के परीक्षा रद्द करने की बात कही है। अब BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग तेज हो गई है। पटना में छात्र संगठनों ने BPSC कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन की बात कही है।
छात्रों का कहना है कि जब इओयू ने जांच में पेपर लीक के कई पॉइंट बताये हैं और लोगों को गिरफ्तार भी किया है फिर बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की बात क्यों नहीं मान रही है। मामले में छात्र नेताओं ने कहा है कि अगर BPSC परीक्षा को रद्द नहीं करती है तो 21 मार्च को BPSC के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।
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विदित हो कि 15 मार्च को BPSC की तरफ से आयोजित शिक्षक परीक्षा के पहले ही पुलिस और इओयू की टीम ने हजारीबाग के होटल से करीब ढाई सौ छात्रों को प्रश्नोत्तर के साथ पकड़ा जिसका मिलान परीक्षा के सवालों से करने पर मेल भी कर रहा था। बावजूद इसके BPSC ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि BPSC शिक्षक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का कथित रूप से आरोप लगाया जा रहा है। इओयू की तरफ से सौंपे गए सबूत से यह साफ नहीं हो रहा है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है। समीक्षा के आधार पर बिना पुख्ता सबूत के परीक्षा रद्द नहीं की जा सकती है।