GODDA: जमीन हमारी जाएगी, खून हमारा जलेगा तो नौकरी भी
हमारे लोगों को मिलनी चाहिए ये बातें प्रदीप यादव ने
अडाणी कंपनी के नियुक्ति के लिए निकाले गए
आवेदन के बाद कही. उन्होंने आवेदन में दी गई
अर्हताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि कंपनी के द्वारा
काम के 5 वर्ष के अनुभव की मांग के बाद कोई भी
स्थानीय नौकरी नहीं कर पाएगा, और बाहरी लोगों के आने का रास्ता साफ हो जाएगा.
विधायक प्रदीप यादव ने प्रशासन और कंपनी प्रबंधन से
हेमंत सरकार द्वारा पारित स्थानीयता के नियम को
लागू करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने
जान बूझकर आनन-फानन में नियुक्ति के लिए आवेदन निकाला जिसमें ऐसी अर्हताएं दी गई जो स्थानीय लोग पूरा नहीं कर पाएंगे.
प्रदीप यादव -स्थानीय लोगों को दें ट्रेनिंग
विधायक ने कहा कि स्थानीय लोग यदि अर्हता पूरा नहीं करते,
उनके पास काम का अनुभव नहीं है तो वे ट्रेनिंग यहां के लोगों को ट्रेनिंग कराएं लेकिन नौकरी में स्थानीय को ही प्राथमिकता दी जए. उन्होंने यह भी कहा है कि कंपनी यहां के लोगों की जमीन पर बनी है. यहीं के लोग इसके दुष्प्रभाव झेलेंगे तो नौकरी भी यहीं के लोगों को मिलनी चाहिए.
सराकर ने स्थानीय लोगों के हित में कानून बनाए हैं
विधायक ने कहा कि झारखंड में हेमंत सरकार ने स्थानीय नौजवानों के रोजगार के लिए एक कानून सरकार बनाया है. जिसमें 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को लेना होगा. इसके बावजूद भी राज्य की निजी कंपनियां नियुक्तियों में ढील बरत रही है.विधायक ने कहा गोड्डा जिले में दो बड़ी कंपनी जिसमें सैकड़ों नौजवानों की नियुक्ति हो सकती है
उन्होंने ईसीएल अडाणी पावर प्लांट लिमिटेड पर लगाते हुए कहा है कि जल्दीबाजी में अडाणी पावर प्लांट ने बिना समय दिए ही नियुक्ति का समय निकाल दिया. विधायक ने कहा कि कंपनी की शर्तों के आधार पर गोड्डा के 5 प्रतिशत लोग भी नौकरी नहीं ले पाएंगे. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि बहाली अधिकांश स्थानीय नौजवानों की हो और कंपनी इंटर्नशिप कराकर अनुभवी बनाकर बहाल करें इसकी व्यवस्था कंपनी करे. उन्होंने उपायुक्त से इस संबंध में कंपनी को आवश्यक निर्देश देने का आग्रह किया है इसके बाद ही नौजवानों के बीच उभरते हुए आक्रोश को रोका जा सकता है.