Simdega : सिमडेगा में सिमडेगा डीटीओ की गैर मौजूदगी में कार्यालय का वाहन चालक भोला प्रसाद के द्वारा वर्दी का धौस जमा कर वसूली करने का मामला सामने आया है। चालक रात के अंधेरे में अपने दोस्त के साथ नेशनल हाईवे 143 सिमडेगा राउरकेला मुख्य मार्ग पर वाहन चेकिंग अभियान लगाकर सरकारी पॉश मशीन से चालान काटकर इसके अलावा खुद को डीटीओ बता कर लोगों से धौस दिखा रहा था और चालान काट रहा था।
स्थानीय युवकों की सूचना मिलने पर वहां पहुंचे और उस मशीन वहां की चाबी छीन लिया और उसकी सूचना पुलिस को भी रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन करने लगी। इधर मामले की जानकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा नगर अध्यक्ष मो सिकंदर को हुई जिसके बाद इसकी जानकारी वरीय अधिकारी को दी गई। रात में ही सिमडेगा डीसी को भी जानकारी दी गई। इसके अलावा एसपी सिमडेगा को भी इस मामले में बताया गया। पूरे मामले में सिमडेगा डीटीओ चुप्पी साधे हुए है।
दोस्त को बताता था डीटीओ
जानकारी देते हुए नगर उपाध्यक्ष मोहम्मद सिकंदर ने बताया कि लगातार मीना से रात के अंधेरे में सिमडेगा डीटीओ की गैर मौजूदगी में चालक द्वारा निकालकर अपने साथी को डीटीओ बताते हुए रास्ते से गुजरने वाले वाहन चालकों से वसूली की जाती है। हालांकि कार्रवाई के नाम पर पिछले बार भी खानापूर्ति की गई थी लेकिन इस बार स्थानीय लोग जो मशीन छीना थे उसे प्रशासन को सपोर्ट किया और कार्रवाई की मांग की गई।
इधर इस मामले में सिमडेगा डीसी अजय कुमार सिंह ने कहा कि मामला गंभीर है सोशल मीडिया एवं अन्य दूरभाष के माध्यम से सूचना मिली है कि इस प्रकार से मामला सामने आए हैं जबकि सिमडेगा डीटीओ शहर में नहीं थे ऐसे में इस मामले में वीडियो को निर्देश दिया गया है की जांच करते हुए प्रतिवेदन समर्पित किया जाए और इस मामले में शामिल व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की जाए उन्होंने कहा कि गलत करने वालों को किसी भी हाल में बक्सा नहीं जाएगा।
कैसे होता था खेल
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार रात के अंधेरे में परिवहन कार्यालय का चालक उक्त गाड़ी JH01DT2703 मैं निकल कर अपने साथी को वाहन में ही बैठ कर, रोड पर सरकारी मशीन लेकर चालान काटने निकलता है। चालान काटने के बाद अगर ड्राइवर किसी प्रकार की आनाकानी किया तो अपने दोस्त को गाड़ी में वहां पर बिठाया था उसे डीटीओ बताता था, और बाद में मामले को साइड से पैसे की लेनदेन कर दबा दिया जाता था।