सरायकेला-खरसावां : जिले के चांडिल प्रखंड के नक्सल प्रभावित हेसाकोचा और मातकमडीह पंचायत में रविवार की देर रात हुई तेज बारिश ने क्षेत्र में भारी तबाही मचायी। बारिश ने सरकार के फोकस एरिया हेसाकोचा एवं मातकमडीह पंचायत में किये जाने वाले विकास की पोल खोल कर रख दिया। तेज बारिश के कारण हेसाकोचा एवं मातकमडीह पंचायत में चार पुलिया ध्वस्त हो गये तथा तीन सड़कों का तेज बहाव में कटाव हो गया। जगह-जगह सड़क उखड़कर बह गई।वहीं, गार्डवाल टूटकर खेत मे जा गिरा। बारिश ने करीब एक दर्जन से ज्यादा घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। बारिश की धार में कई मवेशी और मुर्गी भी बह गये। बारिश के तेज धार ने करीब पचास एकड़ खेत में मलवा बिखेर दिया। इससे किसानों के फसल नष्ट हो गए। फसल के नष्ट होने से किसान काफी चिंतित और मायूस हैं। इस तबाही से हेसाकोचा एवं मातकमडीह पंचायत के कई गांव मुख्य संपर्क से पुरी तरह से कट गया है। जिससे ग्रामीणों के आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।
हेसाकोचा पंचायत के कुनाराम मांझी,मातकमडीह पंचायत के मुखिया सालुमनी देवी,हेसाकोचा पंसस सुशेन मांझी,चावलीबासा पंसस गुरूचरण साव ने प्रभावित गांव का दौरा कर हालात की जानकारी ली। रविवार की देर रात से सोमवार की सुबह तक हुई तेज बारिश के कारण हेसाकोचा पंचायत के रांका-रांगाडीह-परसीडीह स्थित पुलिया पुरी तरह से ध्वस्त हो गया। यह पुलिया करीब छह माह पहले ही बनी थी। जबकी, हेसाकोचा- धातकीडीह के बीच बने पुलिया का अधिकांश हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया तथा सड़क से संपर्क कट गया। मातकमडीह पंचायत के जुरूग-रायडीह के बीच बनी पुलिया एवं गुटीउली में बने पुलिया भी ध्वस्त हो गई। साथ ही, हेसाकोचा पंचायत स्थित रांका-पोड़ोकोचा सड़क एवं रांका-टुरू-हेसाकोचा सड़क, मातकमडीह पंचायत स्थित बंसा-बारसिड़ा सड़क का जगह-जगह कटाव हो गया। तो कई जगह पर सड़कों पर मोटी- मोटी दरार पड़ गई। घटना के 30 घंटे बीतने के बाद भी कोई भी पदाधिकारी व कर्मचारी इन फोकस एरिया में सुध लेने नहीं पहुंचा। जिससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है।