झरिया में बढ़ेंगे दूध के दाम, खटाल संचालकों ने बढ़ाए भाव
बैठक के बाद गाय का दूध 55 रुपए और भैंस का दूध 70 रुपए हुए भाव
झरिया (धनबाद) : महंगाई का झटका- बढ़ती महंगाई के चलते पशु पालकों को अब
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पशुपालन भी महंगा साबित हो रहा है. पशु आहार के दाम आसमान पर होने के कारण पशुपालकों के
पसीने छूट रहे हैं. बढ़ती महंगाई का मार झेल रहे आमजन तो पहले से परेशान हैं.
अब इसका असर पशु पालकों पर भी पड़ने लगा है.

महंगा हुआ दूध का धंधा
महंगाई के कारण इन दिनों पशुपालन का धंधा महंगा साबित हो रहा है. पशुपालकों को खिलाने वाले चारे के दाम आसमान छू रहे हैं. जिसको लेकर दूध विक्रेता संघ ने शुक्रवार को झरिया स्टेशन के समीप बिहारी यादव के आवास पर बैठक की. खटाल संचालकों ने बैठक कर निर्णय लिया कि 1 दिसंबर से झरिया प्रखंड क्षेत्र में गाय का दूध 55 रुपए प्रति किलो और भैंस का दूध 70 रुपए प्रति किलो किया जाएगा.

पशुओं का आहार हुआ महंगा- खटाल संचालक
खटाल संचालक बिहारी यादव ने कहा कि पहले एक मवेशी के रखरखाव में प्रतिदिन 250 रुपए का खर्च उठाना पड़ रहा था. अब प्रतिदिन 450 से 500 रुपए प्रति मवेशी पड़ रहा है. इस कारण कई खटाल संचालक तो अपने अपने मवेशी बेच कर पलायन हो चुके हैं, पहले चौकर 900 रुपए में मिलता था, अब 1500 रुपए हो गया. उन्हें खिलाने के लिए भूसा, खली, चौकर, मूंग, पशु आहार महंगा होने के कारण दुधारू पशुओं के आहार पर इतना अधिक खर्चा आ रहा हैं. जबकि उसकी तुलना में दूध के व्यवसाय में दम नहीं दिख रहा है.
महंगाई का झटका: बैठक में ये रहे मौजूद
उन्होंने कहा कि मजबूरी में दूध के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं. समिति में ज्यादा छोटे-बड़े दूधवाले और खटाल संचालक जुड़े हैं, बैठक में विजय यादव, गणेश यादव, अनील यादव, सुनील चौधरी, नसीम गद्दी, मुना सिंह, पप्पू यादव, विपिन मंडल, जीतन मंडल, रामू मंडल, कृष्णा यादव, रामनाथ यादव सहित खटाल संचालकों ने सहमति जताई है.
रिपोर्ट: सचिन सिंह