जामताड़ा: निशिकांत पर जमकर भड़के इरफान – विधायक इरफान अंसारी हमेशा से अपने
बयान के लिए सुर्खियों में रहे हैं. जामताड़ा के कांग्रेस
विधायक इरफान अंसारी ने फिर से एक बयान दिया है. जिसे लेकर वे सुर्खियों में आ गए हैं. इरफान अंसारी
ने इस बार नारायणपुर में इरफान अंसारी ने बयान देते हुए कहा कि काला हो या गोरा,
टिक्कीधारी हो या दाढ़ीवाला, नेता केवल झारखंडी को ही चुनें. बाहरी नेता को अपना जनप्रतिनिधि चुनेंगे,
तो राज्य का कभी विकास नहीं होगा. उन्होंने नारायणपुर के पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वर्तमान
में झारखंड के कुल 14 सांसदों में 12 सांसद भाजपा के हैं, जिसमें निशिकांत दूबे समेत 07 बाहरी हैं.
इससे राज्य का विकास कैसे होगा? स्थानीय जनप्रतिनिधि को चुनें, तभी राज्य का विकास संभव है.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मुद्दे को संसद में मुद्दा बनाकर निशिकांत दूबे ने सिद्ध कर दिया है कि
निशिकांत पर जमकर भड़के इरफान – उन्हें राज्य के विकास से कोई मतलब नहीं है.
विधायक इरफान अंसारी गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे पर तंज कसते हुए कहा कि निशिकांत ने झारखंड के
पैसों को लूटकर अपनी संपत्ति बनायी है. संसद में जनहित के मुद्दे को लाकर सवाल पूछना चाहिए,
लेकिन निशिकांत दूबे ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सवाल किया है. इससे साफ जाहिर होता है
कि उनकी मानसिकता झारखंड में विकास करने की नहीं है. उन्हें केवल जात-पात की राजनीति करनी है,
चुनाव का क्या है, वह चुनाव आयोग तय करेगी, कब चुनाव कराना है, कब नहीं, इस मुद्दे को लेकर
संसद में प्रश्न करना हास्यास्पद प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि जात-पात के नाम पर भाजपा नेता वोट लेते हैं,
फिर 05 साल युवाओं को भीख मांगने के लिए सड़क पर छोड़ देते हैं. विधायक इरफान ने कहा कि
भाजपा वाले की शुरू से ही यही नियत रही है कि झारखंड की भोली-भाली जनता को धर्म और
जाति के नाम पर लड़ा कर अपना वोट हासिल किया जाए. फिर पांच साल तक यहां के युवाओं,
मजदूरों, किसानों को दर-दर की ठोंकरें खाने पर मजबूर कर दें. उन्होंने अंत में कहा कि मैं गोड्डा सांसद
निशिकांत दूबे से हांथ जोड़कर कहना चाहता हूं कि अब झारखंड को बख्श दीजिए, यहां की जनता
आपसे परेशान हो चुकी है. आपने झारखंड में जितने भी घोटाले किये हैं, मैं वादा करता हूं कि
आपके झारखंड छोड़ देने पर माफ कर दिया जाएगा.
रिपोर्ट- निशिकांत