रांची: जैक ने पहले बोर्ड परीक्षा 2025 के प्रश्न पत्र लीक होने की खबर को अफवाह करार दिया था और परीक्षार्थियों से इसे नजरअंदाज करने की अपील की थी। हालांकि, जब परीक्षा के दौरान आधिकारिक प्रश्न पत्र और वायरल पेपर का मिलान किया गया, तो दोनों समान पाए गए। इस खुलासे के बाद प्रशासन हरकत में आया और जैक ने मामले की गहन जांच के लिए एक हाईलेवल कमेटी गठित करने की घोषणा की।
व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब पर बेचा गया प्रश्न पत्र
सूत्रों के अनुसार, यह प्रश्न पत्र व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब के माध्यम से 350 रुपये में बेचा जा रहा था। व्हाट्सएप ग्रुप में 1000 से अधिक सदस्य जुड़े थे। ‘प्रिंस सर’ नामक व्यक्ति ने 8789776976 नंबर पर ऑनलाइन पेमेंट प्राप्त करने के बाद 46 पेज का पीडीएफ फाइल साझा की, जिसमें प्रश्नों के साथ उत्तर भी दिए गए थे।
व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन निकला निःशक्त
पुलिस जांच में सामने आया कि इस ग्रुप का एडमिन प्रिंस सर नामक व्यक्ति था। जब प्रशासन ने जांच शुरू की, तो मोबाइल लोकेशन मरकच्चो के नरियाही क्षेत्र में पाई गई। जांच में पता चला कि यह मोबाइल नंबर आरती देवी के नाम पर पंजीकृत था, जिसका उपयोग उनका बेटा प्रिंस राणा करता था। जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले उसका मोबाइल गुम हो गया था, लेकिन उसने सिम बंद नहीं कराया था और न ही पुलिस को सूचना दी थी। प्रिंस निःशक्त (मूक-बधिर) है और वर्तमान में अपने माता-पिता के साथ इलाज के लिए बेंगलुरू गया हुआ है।
स्कूल संचालक प्रशांत हिरासत में, पूरे नेटवर्क की जांच जारी
इस मामले में पुलिस ने मरकच्चो के प्रशांत कुमार साव को हिरासत में लिया है, जो जामू स्थित प्रज्ञा उच्च विद्यालय का संचालक है। पूछताछ में प्रशांत ने स्वीकार किया कि उसे चतरा से प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया गया था, जिसे उसने आगे वायरल कर दिया। पुलिस अब पूरे नेटवर्क का खुलासा करने में जुटी हुई है और संभावना जताई जा रही है कि इसमें कई माफिया शामिल हैं।
झारखंड में परीक्षाओं में पेपर लीक की पुरानी घटनाएं
झारखंड में पेपर लीक की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा 2024 का प्रश्न पत्र भी लीक हो गया था, जिसके कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। बाद में सितंबर 2025 में दोबारा परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें फिर से प्रश्न पत्र लीक होने के आरोप लगे।
प्रशासन इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।