झारखंड में बिजली चोरी से JBVNL को 1200 करोड़ का घाटा, 2025 तक AT&C लॉस 15.41% करने का लक्ष्य, AB केबल और स्मार्ट मीटर से रोकथाम की पहल।
रांची: झारखंड में बिजली चोरी की समस्या लगातार बनी हुई है। JBVNL को हर साल लगभग 1200 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। इसमें बड़ा हिस्सा बिजली चोरी का है, जबकि बाकी नुकसान ट्रांसमिशन और लाइन लॉस यानी एटीएंडसी (AT&C) लॉस से होता है। वर्ष 2024 में JBVNL का AT&C लॉस 31.17% था, जिसे 2025 में घटाकर 15.41% करने का लक्ष्य रखा गया है।

Key Highlights
झारखंड में बिजली चोरी से JBVNL को हर साल 1200 करोड़ का घाटा
2024 में AT&C लॉस 31.17%, 2025 तक लक्ष्य 15.41%
चोरी रोकने के लिए AB केबल और स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं
अब तक 78 हजार सर्किट किमी AB केबल बिछाई गई
18.63 लाख घरों में स्मार्ट मीटर का लक्ष्य, 7.70 लाख घरों में लग चुके
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आरडीएसएस योजना के तहत पूरे बिजली नेटवर्क को आधुनिक बनाया जा रहा है। इसमें पुराने तारों को बदलकर एरियल बंच कंडक्टर (AB केबल) लगाया जा रहा है, ट्रांसफार्मरों में मीटर फिट किए जा रहे हैं और अलग-अलग फीडर बनाए जा रहे हैं।
बिजली चोरी रोकने के लिए पहले जहां महीने में केवल एक बार छापेमारी होती थी, वहीं अब चार से पांच बार अभियान चलाया जा रहा है। JBVNL ने इसके लिए एंटी पावर थेफ्ट सेल भी बनाया है।
अब तक राज्य में करीब 78 हजार सर्किट किमी एबी केबल लगाई जा चुकी है। इसके अलावा 18.63 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 7.70 लाख से अधिक घरों में अब तक स्मार्ट मीटर इंस्टॉल हो चुके हैं। साथ ही 2.68 लाख वितरण ट्रांसफार्मरों में से एक लाख से अधिक में मीटर लगाए जा चुके हैं।
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