Jharkhand Cash Kand Update : बाबूलाल ने सीएम से की CBI जांच की मांग, अब होगा…

Jharkhand Cash Kand
Jharkhand Cash Kand Update : ग्रामीण विकास मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास पर छापेमारी के दौरान नोटों के बंडल मिलने के बाद झारखंड की राजनीति गर्म हो चुकी है। इसको लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का काम कर रही है। इसको लेकर अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम चंपई सोरेन को पत्र लिखा है।
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पत्र लिखकर बाबूलाल मरांडी ने FIR कराकर CBI जांच कराने की मांग की है। आगे उन्होंने पत्र में कहा है कि कल ED द्वारा छापेमारी में जिस तरह माननीय मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास से करोड़ों रूपये के बंडल मिले हैं साथ ही नोटों के बंडल में केन्द्रीय जाँच एजेन्सी ED द्वारा लिखे गोपनीय पत्र का मिलना एक गंभीर मामला है। देश भर में चर्चा हो रही है कि झारखण्ड सरकार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। मुझे विसश्वास है कि आप भी यह देखकर आश्चर्यचकित होंगे।
नोटों के बंडलोंं के बीच गोपनीय पत्र कैसे आया
आपको अवगत कराना चाहूँगा कि प्रवर्तन निदेषालय, रांची द्वारा 8 मई 2023 को मुख्य सचिव, झारखण्ड को पत्र लिखा जाता है और दूसरे दिन 9 मई को मुख्य सचिव के द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को कार्रवाई हेतु आदेश दिया जाता है। आश्चर्य है कि सचिव ने इस संवेदनशील मामले में कार्रवाई करने में कोई रूचि नहीं दिखाई। गंभीर मामला यह भी है कि ED द्वारा लिखा गया गोपनीय पत्र माननीय मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी जहांगीर आलम के घर से ED की छापेमारी में नोटों के बंडल में मिलता है।
जिस पत्र के आधार पर सचिव को भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करनी थी इसे ही दबाकर भ्रष्टाचार के जरिए अकूत सम्पत्ति अर्जित करने का धंधा चलता रहा। एक तो भ्रष्टाचार करना और दूसरी ओर गोपनीय पत्र नौकर के आवास में नोटो के बंडल में मिलना अति गंभीर मामला है। आखिर यह गोपनीय पत्र माननीय मंत्री के निजी सचिव के आवास में कैसे पहुंचा, इसमें किस पदाधिकारी की भूमिका है, जांच कराना आवश्यक है एवं साथ ही इस पत्र के संज्ञान पर भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होनी थी, उन्हें बचाया गया। इस षड्यंत्र में किसकी-किसकी भूमिका है ? झारखण्ड की जनता को इसे जानने का अधिकार है।
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मैं चाहूँगा कि आप बिना विलम्ब किए इस गंभीर मामले पर प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पूरे मामले की C.B.I. से जांच कराने की अनुशंषा करेंगे अन्यथा यह माना जाएगा कि भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले में आप चुप रहे और यह सब कुकत्य देखते रहे। झारखण्ड की जनता भी आपसे यह सवाल पूछेगी। अगर आप और मुख्य सचिव यह सब जानने और संज्ञान में आने के बाद भी उपरोक्त कार्रवाई के अनुरोध पर कार्रवाई नहीं करेंगे तो देर-सबेर आप भी इस गंभीर मामले में अपराधिक षड्यंत्र का आरोपी बनने से बच नहीं पायेंगे।
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