रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए प्रचार सोमवार शाम पांच बजे समाप्त हो जाएगा। इसके बाद सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशी डोर-टू-डोर कैंपेनिंग के जरिए मतदाताओं से संपर्क साधेंगे। 13 नवंबर को 43 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जिसमें कुल 683 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। प्रथम चरण के चुनाव प्रचार में इंडिया और एनडीए गठबंधन के स्टार प्रचारकों ने जोर-शोर से भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने 200 से अधिक रैलियों और सभाओं को संबोधित किया। हालांकि, झामुमो के वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन इस बार स्वास्थ्य कारणों से प्रचार से दूर रहे।
चुनाव प्रचार थमने के साथ ही राजनीतिक दलों ने बूथ प्रबंधन पर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। भाजपा ने पहले ही बूथ स्तर पर मतदाता सूची, पर्चियों के वितरण और मतदान के दिन के खर्च से जुड़ी व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी की रैली और रांची में हुए रोड शो के बाद भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और बूथ एजेंटों को आवश्यक निर्देश और सामग्री पहुंचाने का काम तेज कर दिया है।
दूसरी ओर, ‘इंडिया’ गठबंधन भी सोमवार से अपने बूथ प्रबंधन कार्यों को तेज करेगा। सूत्रों के अनुसार, बूथ खर्च के मामले में एनडीए गठबंधन, इंडिया पर भारी पड़ता दिख रहा है। दोनों ही पक्ष मंगलवार शाम तक अपने बूथ प्रबंधन कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मतदान के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है, और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।