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Ranchi : झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर को बदलने का मामला राजनीतिक गलियारे में सुर्ख़ियों में बना हुआ है। झारखंड में विधानसभा चुनाव हाल में ही सम्पन्न हुआ है, हालांकि कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा और आज हेमंत सोरेन सरकार में शामिल भी किया गया है। लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस प्रभारी को एकाएक बदल देना सवालों के घेरे में है।
Jharkhand Politics : गुलाम अहमद मीर ने चुनाव के दौरान विधायकों से लिए थे पैसे-अजय शाह
हालांकि कांग्रेस इसे नॉर्मल प्रक्रिया बता रही है जबकि भाजपा का कहना है कि चुनाव के दौरान कुछ विधायक के द्वारा पैसे लेने के जो आरोप लगाए गए थे वो भी एक कारण हो सकता है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय शाह ने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व प्रभारी गुलाम अहमद मीर के ऊपर चुनाव के दौरान कुछ विधायको ने पैसे लेने का आरोप लगाया था जिसके कारण भी इस तरह का निर्णय लिया गया होगा। हालांकि उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के अंदर पूरे तरीके से बदलाव की जरूरत है।
मनरेगा के राजू की ही देन है-केशव महतो कमलेश
वहीं झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि गुलाम अहमद मीर का भी कार्यकाल शानदार रहा है। उनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम होगा। वे सदैव कार्यकर्ताओं के हित की बात सोचते थे, पार्टी के लिए समर्पित नेता के रूप में उनका कार्यकाल याद रहेगा। नए प्रभारी के राजू जी भी अच्छे नेता है, उनका अनुभव का लाभ मिलेगा।
के राजू ने ही मनरेगा की शुरुआत कराई थी इसको लेकर झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री के यहां भी एक कार्यशाला विगत कुछ महीने पहले ही कराए थे। अब वे हमारे प्रभारी बने हैं। मैंने कल उनसे बात किया था। उनके अनुभव का लाभ प्रदेश कांग्रेस पार्टी को मिलेगा।
वहीं केशव महतो ने पार्टी के प्रभारी एकाएक बदलने पर कहा कि ये नॉर्मल प्रक्रिया है और एआईसीसी दिल्ली से लेकर प्रखंड स्तर तक के कांग्रेस में बदलाव देखने को मिलेगा। इसका निर्णय कांग्रेस के अधिवेशन में ही हो गया था।
अमित कुमार झा की रिपोर्ट–