धनबादः जिले में गर्मी शुरुआत से ही कहर बरपा रही है. झरिया में अभी से ही पारा 40 से 41 डिग्री तक जा रहा है. कोयलांचलवासी एक साथ दोहरी मार झेल रहे है. एक तो सूरज के प्रचंड ताप को झेलने में लोग हांफ रहे है. तो दूसरी ओर सुबह होते ही लोगों को पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है.
कई महीनों से झरिया में है पानी की समस्या
जामाडोबा जल संयंत्र से नियमित रूप से जलापूर्ति ना होने से लाखों की आबादी के बीच हाहाकार मचा हुआ. इसके बावजूद लोगों को नियमित रूप से पानी नही मिल रही है. लोग दूरदराज जा कर कुआ से पानी लाने को मजबूर है. कई महीने से झरिया की यही दशा है. कभी पाइप क्षतिग्रस्त होता है, तो तभी मशीन में तकनीकी खराबी होने की वजह से जलापूर्ति नहीं होने की बात कह कर अधिकारी अपना पल्ला झाड़ दे रहे है.
वर्षो पुराने हो चुके हेै मोटर
अधिकारियों की लापरवाही से झरिया के लाखों लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. लोगों ने बताया कि कई महीनों से जलापूर्ति की स्थिति ऐसी ही बनी हुई है. झरिया चेंबर के अमित साहू ने कहा कि झरिया में पानी की समस्या वर्षो पुरानी है. जामाडोबा जल संयंत्र में लगे मोटर हीरा मोती वर्षो पुराना है. इस ओर किसी अधिकारी का ध्यान नही गया है.
धनबाद उपायुक्त से पुराना मोटर बदलने की करेंगे मांग
राजसभा सांसद डॉ परमेश्वर अग्रवाल के कार्यकाल में हीरा मोती मोटर लगाया गया था. जो आज तक बदला नहीं गया है. अगर मोटर को बदल दिया जाए, तो पानी की समस्या दूर हो सकती है. अमित साहू ने कहा कि धनबाद उपायुक्त से मांग करेंगे कि डीएमएफटी फंड द्वारा वर्षो पुराना मोटर को बदला जाए. जिससे कोयलांचल में पानी की समस्या दूर हो सके.
बिजली की आंख मिचौली से कोयलांचलवासी परेशान
समाजसेवी सुनील तुलस्यान कहा कि यहां की समस्याओं को लेकर सासंद और जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं है. एक तरफ लगातार तापमान बढ़ रहा है, तो दूसरी तरफ बिजली की आंख मिचौली से कोयलांचलवासी परेशान है. हर बार गर्मियों की शुरुआत होते हीं लोगों को पानी के लिए मशक्कत करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि यहां समस्या आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से चली आ रही है. जो अब तक बरकरार है. समस्या बढ़ने पर हर बार प्रशासनिक स्तर पर इस संकट को दूर करने का प्रयास भी किया जाता है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थाई निदान नहीं हो पाया है. नल जल योजना भी लोगों की समस्या को दूर करने में कारगर साबित नहीं हो पाई है.