रांची: झारखंड में सरकारी सेवा में अफसर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है। JPSC 14वीं सिविल सेवा परीक्षा के आयोजन की तैयारी में जुट गया है। बताया जा रहा है कि कार्मिक विभाग से अधियाचना मिलते ही आयोग इसकी प्रक्रिया शुरू करते हुए जल्द ही विज्ञापन जारी करेगा।
हिंदी दैनिक दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, 14वीं जेपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन इसी वर्ष किया जाएगा। गौरतलब है कि यह परीक्षा पहले वर्ष 2024 में ही प्रस्तावित थी, लेकिन 11वीं से लेकर 13वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षाओं की प्रक्रिया समय पर पूरी न होने के कारण इसमें देरी हुई।
अब जब 11वीं से 13वीं परीक्षाओं का अंतिम परिणाम जारी कर आयोग ने कुल 342 अधिकारियों की नियुक्ति की अनुशंसा विभिन्न विभागों को भेज दी है, तब आयोग ने अगली परीक्षा की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। इन नियुक्तियों के तहत अगस्त माह में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाने की संभावना जताई गई है, जिसके बाद प्रशिक्षण और पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी होगी।
दो वर्षों की परीक्षा एक साथ!
रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि पिछली परीक्षा 2023 में आयोजित नहीं होने के कारण इस बार 14वीं और 15वीं सिविल सेवा परीक्षाओं का संयुक्त आयोजन हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो यह राज्य के हजारों प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए सुनहरा अवसर होगा।
संभावित परीक्षा 2025 में ही
इस बार आयोग की मंशा है कि पूरी परीक्षा प्रक्रिया – विज्ञापन, प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार और परिणाम – वर्ष 2025 के भीतर पूरी कर ली जाए। हालांकि, जेपीएससी की पूर्व की परीक्षाओं में पेपर लीक, विज्ञापन में देरी और परिणाम घोषित करने में हुई अनावश्यक लंबी प्रक्रिया के कारण छात्र-छात्राओं में असंतोष रहा है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि आयोग इस बार अपने वादे पर खरा उतरता है या नहीं। झारखंडी युवाओं को फिलहाल आशा है कि उनकी मेहनत रंग लाएगी और उन्हें लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर अफसर बनने का अवसर मिलेगा।
अंत में:
सरकार और जेपीएससी अगर समयबद्ध, पारदर्शी और त्रुटिहीन परीक्षा सुनिश्चित करें, तो यह राज्य के प्रशासनिक तंत्र के लिए भी सकारात्मक संकेत होगा।