Ranchi : स्वर्णरेखा नदी को प्रदूषणमुक्त करने और प्राचीन इक्कीसो महादेव को संरक्षित करने के उद्देश्य से करीब 1000 कांवरिये कांवर यात्रा के माध्यम से लोगों को जागरूक करेंगे. स्वर्णरेखा उत्थान समिति की ओर से आयोजित इस कांवर यात्रा में कांवरिये नगड़ी स्थित स्वर्णरेखा नदी के उद्गम स्थल रानीचुआं से जल लेकर 25 किलोमीटर की यात्रा कर इक्कीसो महादेव में जलाभिषेक करेंगे. ज्ञात हो कि समिति विगत 9 वर्षों को स्वर्णरेखा नदी को प्रदूषणमुक्त करने को लेकर अभियान चला रही है, विगत वर्ष भी कांवर यात्रा का आयोजन किया गया था. समय समय पर समिति श्रमदान के माध्यम से नदी के तटों की सफाई और वृक्षारोपण करती रही है. उक्त यात्रा में नदी को बचाने की अपील के साथ बच्चे भी तख्ती लेकर लोगों को जागरूक करेंगे.
सुबह 6 बजे मिलेगी बस, एम्बुलेंस भी साथ रहेगी
यात्रा में सम्मिलित होने के लिए चुटिया स्थित सुरेश्वर महादेव मंदिर से सुबह 6 बजे रानीचुआं के लिए बस प्रस्थान करेगी. यह यात्रा पूर्णतः निशुल्क है, कांवरिये को अपने जलपात्र एवं कांवर की व्यवस्था खुद करनी है. उक्त यात्रा में पैदल कांवरिये के साथ बस और एम्बुलेंस भी साथ चलेगी, जिन यात्रियों को पैदल चलने में कोई कठिनाई होगी वो बस के माध्यम से भी अपनी यात्रा पूर्ण कर सकते हैं.
Ranchi : यात्रा में होंगे चार पड़ाव..डॉक्टर्स की टीम भी सेवा देंगे
उक्त यात्रा में चार पड़ाव बनाए गए हैं, पहला पड़ाव नगड़ी स्थित स्वर्णरेखा बैंक्वेट हॉल, दूसरा पड़ाव कटहल मोड़ चौक, तीसरा पड़ाव अरगोड़ा स्थित बूढा महादेव परिसर और चौथा और अंतिम पड़ाव क्लब रोड स्थित सिटी सेण्टर में होगा, जहाँ डॉ. सुमन दुबे के नेतृत्व में डॉक्टरों और पारा मेडिकल स्टाफ की टीम कांवरियों की सेवा करेंगे.
नदी में समिति ने किया बांस के पुलिया का निर्माण
समिति की ओर से शिवलिंगों तक पहुँचने के लिए बांस का अस्थायी पुल का निर्माण किया गया है. ज्ञात हो कि नदी में जलस्तर बढ़ने से भक्तों को शिवलिंग तक पहुँचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था, लोगों को हरमू नदी के काले पानी से होकर शिवलिंग तक पहुंचना पड़ रहा था.
अभी भी फैली है गन्दगी, मंत्री के निर्देश के बावजूद नहीं हुई सफाई
शिवलिंग के आसपास अभी भी हरमू नदी के साथ बहकर आये कचरों का अम्बार है, समिति के सदस्यों की अपील के बावजूद निगम या जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई सफाई नहीं कराया गया. रक्षा राज्यमंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ के द्वारा ट्विटर में उक्त जगह की सफाई को लेकर उपायुक्त रांची को निर्देशित करने के बावजूद उपायुक्त की ओर से न ही कोई पहल की गई और न ही कोई जवाब दिया गया.