PFI Ban पर क्या बोले ललन सिंह और श्रवण कुमार

पटना : पीएफआई बैन (PFI Ban) पर जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और

मंत्री श्रवण कुमार ने बड़ा बयान दिया है.

पीएफआई पर केंद्र सरकार के द्वारा लगाए बैन पर ललन सिंह ने कहा कि प्रतिबंध लगाया है तो

केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि उस संगठन के खिलाफ क्या-क्या साक्ष्य मिले हैं.

आखिर बताएं की क्यों बैन किया है. तभी हम अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं.

पीएफआई बैन पर जानकारी दे केंद्र सरकार- ललन सिंह

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगता है तो

निश्चित तौर पर उसके बारे में केंद्र सरकार जानकारी देती है कि किसी संगठन के खिलाफ क्या-क्या सबूत मिले हैं.

उन्होंने कहा कि इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती.

एक मोदी दूसरे मोदी को करेंगे रिप्लेस

वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के बयान पर ललन सिंह ने कहा कि

वे दिन भर अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. उनके बयान पर क्या कहना है.

क्या वह देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे. सुशील मोदी ने कहा था कि देश में एक मोदी की जरूरत है.

इसका मतलब यह है कि एक मोदी दूसरे मोदी को रिप्लेस करेंगे.

पीएफआई बैन: आरएसएस और बीजेपी पर भी लगे प्रतिबंध- श्रवण कुमार

जदयू कोटे से मंत्री श्रवण कुमार का बड़ा बयान दिया है.

उन्होंने देश में नफरत फैलाने वाले आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है. पीएफआई पर लगाए गए प्रतिबंध पर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जवाब दे दिया है. आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात लालू यादव ने कही है इस पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल, जो लोग नफरत फैला रहे हैं उस पर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए. आरएसएस और बीजेपी दोनों पर प्रतिबंध लगना चाहिए.

पीएफआई पर लगा 5 साल का प्रतिबंध ( PFI banned for five years )

केंद्र सरकार ने पीएफआई (PFI) को तत्काल प्रभाव से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. इस संगठन के खिलाफ देशभर में पिछले कई दिनों से छापेमारी चल रही थी, जिसके बाद ये बड़ी कार्रवाई की गई है.

एनआईए ने छापेमारी के दौरान पीएफआई से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की थी. पीएफआई के अलावा 8 सहयोगी संगठनों पर भी बड़ी कार्रवाई की गई है. जिसमें टेरर लिंक के आरोप भी शामिल हैं. गृह मंत्रालय ने यह आदेश जारी किया.

रिपोर्ट : प्रणव राज

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