भागलपुर में स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य के कारण शमशान घाट में दाह संस्कार के लिए जगह की कमी. शवों को जलाने के लिए घाटों पर लग रही कतारें

BHAGALPUR: भागलपुर में स्मार्ट सिटी के कारण शवदाह गृह में लाशों को जलाने के लिए जगह कम पड़ रही है. घाटों पर शव को जलाने के लिए लंबी कतारें लग रही हैं. शवदाह गृह के संचालक ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कारण शवदाह गृह का आधा हिस्सा कवर कर लिया गया है. ऐसे में बहुत कम जगह में लाशों को जलाना पड़ता है. वहीं विद्युत शवदाह गृह को मेंटेेंनेंस के लिए बंद किया गया है. ऐसे में भागलपुर में लाशों को जलाने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है.
ठंड के कारण बढी मरने वालों की संख्या
कड़ाके की ठंड के बीच भागलपुर के गंगा किनारे शमशान घाट पर लाश के दाह संस्कार के लिए जगह की कमी हो गई है. पड़ताल की न्यूज 22स्कोप के संवाददाता अंजनी ने. पड़ताल के अनुसार कड़ाके की ठंड की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ गई है. शमशान घाट बरारी में लाश की संख्या और उनके परिजन परेशान दिखे.

जबकि शमशान घाट बरारी में एक बेड वाला विद्युत शवदाह गृह भी है. लेकिन ज्यादातर समय मेंटेनेंस की जरूरत की वजह से बंद रखना पड़ता है. विद्युत शवदाह गृह के संचालक राहुल राय का कहना है
कि स्मार्ट सिटी के रीभर फ्रंट के निर्माण कार्य की वजह से लाश जलाने की जगह छोटी पड़ गई है.
स्मार्ट सिटी न तो विद्युत शवदाह गृह का नया निर्माण
कर रही है और न ही लकड़ी से जलाने वाली जगह दे रही है.
ऐसे में शवों के दाह संस्कार के लिए भी लोगों को परेशान होना पड़ रहा है.
अब बरारी घाट पर एक साथ करीब 10 से 12 लाशों का संस्कार किया जा रहा है.

वहीं हम बात करें तो भागलपुर पूरे जिले की बताएं तो
यहां पर सुल्तानगंज गंगा घाट पर भी औसतन एक दर्जन शव
प्रत्येक दिन गंगा घाट दाह संस्कार के लिए आते है, वहीं
भागलपुर के महादेवपुर घाट पर भी लगभग यही स्थिति बनी हुई हैं,
इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस प्रचंड कोल डे ठंड में मरने की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई हैं.

कड़ाके की ठंड में सवारी के इंतजार में रिक्शा चालक ने दम तोड़ा

ठंड की वजह से ग्रामीण इलाके में ज्यादा मौतें हो रही है,
जबकि शहरी आबादी के बीच अलाव की व्यवस्था नाकाफ़ी दिखी.
वहीं ठंड के कारण पिछले दिनों एक रिक्शा चालक की मौत सवारी के इंतजार में हो गई.
रिपोर्ट: अंजनी