रांची: झारखंड की राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में जमीन हेराफेरी से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में कांके रिसोर्ट के मालिक ब्रजेश कुमार सिंह (बीके सिंह) और जेल में बंद कमलेश सिंह सहित 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी घोड़े उरांव की शिकायत पर दर्ज हुई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी जमीन का नेचर (प्रकृति) बदलकर गैर-आदिवासियों को बेच दिया गया।
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तीन आरोपी गिरफ्तार, कई की तलाश जारी
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों में उमेश टोप्पो, प्रवीण जायसवाल और शाहरुख खान शामिल हैं। इनमें उमेश टोप्पो और प्रवीण जायसवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उस मामले में गवाह हैं, जिसमें कमलेश सिंह मुख्य अभियुक्त हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं।
आरोपियों ने अंचल कार्यालय से मिलकर किया जमीन की प्रकृति में बदलाव
घोड़े उरांव द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपी उमेश टोप्पो, शंकर कुजूर, राजेश लिंडा और अन्य ने अंचल कार्यालय के कर्मचारियों से सांठगांठ कर उनकी जमीन की प्रकृति में बदलाव कर दिया। उन्होंने दस्तावेजों में जालसाजी कर आदिवासी जमीन को नीलामी योग्य बनाकर गैर-आदिवासियों को बेच दिया।
दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर बेची गई जमीन
शिकायतकर्ता का कहना है कि आरोपियों ने अंचल कार्यालय के रजिस्टर-टू और ऑनलाइन दस्तावेजों में भी छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं, 2021 से उनकी जमीन का लगान रसीद जारी करना भी बंद कर दिया गया, जिससे वह अपनी जमीन पर कानूनी दावा भी नहीं कर सके।
घोड़े उरांव ने जमीन वापसी की मांग की
शिकायतकर्ता घोड़े उरांव ने प्रशासन से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने मांग की है कि उनकी जमीन उन्हें वापस दिलाई जाए और इस जालसाजी में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्य आरोपी बीके सिंह पर जमीन हड़पने का आरोप
प्राथमिकी में यह भी उल्लेख किया गया है कि कांके रिसोर्ट के मालिक बीके सिंह इस पूरे षड्यंत्र के सरगना हैं। उन्होंने अंचल कार्यालय के कर्मचारियों और अन्य आरोपियों की मदद से जमीन का फर्जीवाड़ा किया। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और जांच आगे बढ़ रही है।