रांची : झारखंड के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक कहलाएंगे. इस बाबत नियमावली को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है. इस पर अपनी खुशी का इजहार करते हुए एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेता संजय दुबे ने कहा कि, आज राज्यभर के 65 हज़ार शिक्षकों का वनवास समाप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि, इसके लिए मोर्चा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ ही शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को धन्यवाद देता है. अपने वीडियो संदेश में संजय दुबे ने कहा कि, वेतनमान की बात छोड़ दें तो अन्य सुविधाओं में सरकार ने पारा शिक्षकों की बात मानी है.
गौरतलब है कि, पारा शिक्षकों ने सेवा स्थायीकरण, वेतनमान और नियमावली को लेकर लंबे समय तक आंदोलन किया. पूर्व की रघुवर सरकार में भी स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर कमेटियों का गठन किया गया, लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हो पाया.
झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन ने पारा शिक्षकों से उनकी मांगें मानने का भरोसा दिलाया था. लिहाजा, महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पारा शिक्षक लगातार बना दबाव बनाते रहे और आखिरकार शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ कई दौर की वार्ता के बाद अंतिम निर्णय लिया जा सका. हालांकि, इसमें भी वेतनमान पर सहमति नहीं बनी, लेकिन अन्य सुविधाओं को लेकर पारा शिक्षकों ने हामी भरी.
रिपोर्ट : शाहनवाज
दिल मांगे मोर! पहली नहीं, दूसरी नहीं अब तीसरी पर हाई वोल्टेज ड्रामा