जमशेदपुर: जमशेदपुर में वन विभाग की एक बड़ी कार्रवाई में तेंदुए की खाल के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र की है, जहां वन विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर इस तस्करी को नाकाम किया।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जमशेदपुर वन प्रमंडल में बाघ या तेंदुआ की कोई आबादी नहीं है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मामला पूरी तरह से तस्करी का है। इस मामले के बाद, विभाग ने कई अन्य जिलों में भी छापेमारी शुरू कर दी है, ताकि तस्करी से जुड़े अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सके।
जमशेदपुर के डीएफओ शबा आलम अंसारी ने बताया कि उन्हें काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि जमशेदपुर का एक व्यक्ति तेंदुए की खाल के साथ 10 करोड़ रुपये की डील करने की कोशिश कर रहा है। इस सूचना के आधार पर वन विभाग ने सोनारी थाना क्षेत्र में छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया और तेंदुए की खाल को जब्त किया।
डीएफओ अंसारी ने यह भी बताया कि तस्करी के इस नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश के लिए छापेमारी जारी है। जमशेदपुर रेंज के रेंजर दिग्विजय सिंह ने बताया कि इस मामले के बाद एक विशेष टीम को अन्य जिलों में भेजा गया है, जहां भी इस नेटवर्क के सरगना की तलाश की जा रही है। पलामू और गढ़वा जिलों में भी वन विभाग के अधिकारी इस तस्करी से जुड़े अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रयासरत हैं।
इस घटना ने जमशेदपुर में वन्यजीव तस्करी के खतरे को उजागर किया है और वन विभाग की तत्परता और सक्रियता से इस तस्करी को रोका गया है। अब सभी आरोपियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए वन विभाग ने अपनी जांच को और तेज कर दिया है।