Patna- लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिनकी करनी नहीं होती, उनकी बोली बड़ी होती है.
उन्होंने कहा कि आज लोकनायक की जयंती पर मुझे नागालैंड बुलाया गया यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है. जेपी से हमने जीवन में काफी कुछ सीखा. उनका प्यार हमें बराबर मिलता रहा. 1974 के गांधी मैदान की भीड़ को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें करीबन पांच लाख लोगों ने हिस्सा लिया था.
लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने हमें समाज को जोड़ना सिखाया
जेपी ने कांग्रसे से लड़ने के लिए पूरा विपक्ष का एक कर दिया. लेकिन बाद में कुछ लोग पार्टी छोड़ कर चले गयें. आज वही लोग बयानबाजी कर रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि जिन्हे आजादी की पहली लड़ाई से मतलब नहीं रहा,
उन्हे आजादी की दूसरी लड़ाई से क्या मतलब रहेगा.
कोई इनसे पूछ की बापू की हत्या किसने की.
जिसे भी बापू की याद होगी वह इनके चक्कर में नहीं फंसेगा.
जेपी ने समाज के हर वर्ग को एक जूट करने का काम किया.
लेकिन कुछ लोग जाति धर्म के नाम पर समाज को तोड़ने का काम रहे हैं.
कुछ लोग काम करने के बजाय हवावाजी में लगे रहते हैं
उन्होने कहा कि हमने अतिपिछड़ों को आरक्षण दिया,
उसी आधार पर 4 बार पंचायत और 3 बार निकाय चुनाव हुए है.
हम लोग सब करने वाले हैं, लेकिन जिनके पास कोई काम नहीं होता, वह हवावाजी में लगे रहते हैं.
यहां बतला दें कि भाजपा के द्वारा अतिपिछड़ों के आरक्षण को मुद्दा बनाया जा रहा है.
जबकि अतिपिछड़ों के आरक्षण रद्द होने पर जदयू ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चैलेंस करनी की बात कही है.
इसके साथ ही जदयू का यह भी कहना है
कि चुंकि भाजपा के द्वारा जातीय जनगणना नहीं करवायी जा रही है,
इसके कारण ही पूरे देश में पिछडों और अतिपिछड़ों को समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है.