इंडिया गठबंधन में Congress को लेकर खटपट ! ममता के तेवर को सपा का समर्थन

इंडिया गठबंधन की फाइल फोटो

 डिजीटल डेस्क : इंडिया गठबंधन में Congress को लेकर खटपट ! ममता के तेवर को सपा का समर्थन । इंडिया गठबंधन को लेकर देश की राजनीति में इस समय की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। इंडिया गठबंधन में Congress को ही आउट करने की तैयारी चल रही है। गठबंधन में Congress की अगुवाई पर ही सवाल उठ खड़ा हुआ है।

इसकी शुरूआत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने किया है। लगे हाथ ममता बनर्जी के दांव का समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने समर्थन कर दिया है। इससे इंडिया गठबंधन के घटक दलों का Congress से कन्नी काटने का सिलसिला चल निकलने के संकेत को बल मिले हैं।

माना जा रहा है कि गठबंधन तो इंडिया ही रहेगा लेकिन नेतृत्व Congress का नहीं रहेगा और स्वाभाविक तौर पर यह स्थिति Congress को स्वीकार्य नहीं होगी तो उसे गठबंधन से हटना होगा या गठबंधन में समर्थक दल बनना होगा।

महाराष्ट्र् में मिली करारी शिकस्त के बाद ममता ने खोला मोर्चा…

हाल के दिनों में हुए चुनावों में सबसे पहले हरियाणा में Congress को करारा झटका लगा था जहां इंडिया गठबंधन के घटक दलों को अपेक्षित तवज्जो नहीं मिला। गठबंधन में बड़ा दल होने के नाते Congress की हरियाणा में अपनी वाली चली लेकिन नतीजा सिफर रहा। उसके बाद  महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की करारी हार ने तो Congress को बैकफुट पर ला दिया है।

साथ ही विपक्षी खेमे में खलबली मच गई है। इंडिया गठबंधन में घटक दलों के निशाने पर Congress  है। सबसे पहले मोर्चा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने खोला है। मोर्चा खोलते ही इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दलों के प्रमुखों ने ममता बनर्जी की बात का समर्थन करते हुए उन्हें तवज्जो भी दिया है।

इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक की फाइल फोटो
इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक की फाइल फोटो

इंडिया गठबंधन में अगुवाई वाले ममता के दांव को मिला सपा का खुला समर्थन…

इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा जाहिर कर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा दांव चला है। उन्होंने सीधे तौर पर गठबंधन में Congress को बड़ी चुनौती दी है । ममता बनर्जी ने  कहा कि जरूरत पड़ने पर वह पश्चिम बंगाल से ही गठबंधन की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं।

वर्ष 2025 में होने वाले दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले Congress के नेतृत्व पर सवाल उठाकर ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन को हिला दिया है।

एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने ही इंडिया ब्लॉक को बनाया है। अब इसे संभालने की जिम्मेदारी नेतृत्व करने वालों पर हैं। मगर वे इसे नहीं चला सकते तो वह क्या कर सकती हैं?

इसी बीच, ममता बनर्जी का दांव सामने आते ही सपा ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो का समर्थन किया है। महाराष्ट्र के सपा नेता अबू आजमी ने साफ किया कि वह अखिलेश यादव से इंडिया गठबंधन से बाहर निकलने की अपील करेंगे। वहीं, एक अन्य नेता ने ममता दीदी के लीडरशीप पर मुहर लगा दी है। सपा के ही उदय प्रताप ने कहा कि ममता बनर्जी के लीडरशीप में हमें अगले चुनावों में जाना चाहिए।

ममता बनर्जी की फाइल फोटो
ममता बनर्जी की फाइल फोटो

इंडिया गठबंधन में Congress के नेतृत्व पर ममता बनर्जी की नाराजगी की हैं बड़ी सियासी वजहें

इंडिया गठबंधन में Congress के नेतृत्व पर ममता बनर्जी की नाराजगी की बड़ी सियासी वजहें भी सामने आ रही हैं। वर्ष 2026 की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में भी विधानसभा चुनाव होंगे। ममता बनर्जी अगर अभी से इंडिया गठबंधन के तौर-तरीके पर सवाल उठाकर Congress को कड़ा संदेश दे दिया है।
आने वाले दो चुनाव में गठबंधन में शामिल दलों की हार होती है तो इसका असर बंगाल में भी नजर आएगा। माना जा रहा है कि इंडिया ब्लॉक में नेतृत्व पर दावा ठोककर ममता दीदी ने गठबंधन से बाहर होने का रास्ता तैयार किया है। बंगाल में चुनाव लड़ने के लिए जरूरी है कि Congress के साये से दूर रहा जाए।
टीएमसी की जीत भी तभी होगी, जब भाजपा से सीधा मुकाबला हो। Congress  गठबंधन का दामन थामकर टीएमसी को बंगाल में तकलीफ ही देगी। लोकसभा चुनाव परिणाम से भी ममता बनर्जी ने सबक ले लिया है कि जीत के लिए Congress जरूरी नहीं है।
कांग्रेस नेताओं संग ममता बनर्जी की फाइल फोटो
कांग्रेस नेताओं संग ममता बनर्जी की फाइल फोटो
बहुत सोच समझकर ममता बनर्जी ने चला है इंडिया गठबंधन में नेतृत्व संभालने वाला दांव…
ममता बनर्जी के नए सियासी दांव को इंडिया गठबंधन सीधे तौर पर Congress या फिर टीएमसी के आउट होने का संकेत माना जा रहा है। जाहिर तौर पर टीएमसी के नेतृत्व को Congress स्वीकार नहीं करेगी और तृणमूल कांग्रेस के गठबंधन से का बाहर जाने का रास्ता साफ हो जाएगा।
कुछ दिन पहले टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने भी ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का स्वाभाविक नेता बताया था। तृणमूल नेताओं का दावा है कि ममता दीदी के नेतृत्व में ही इंडिया गठबंधन भाजपा का मुकाबला कर सकता है। पिछले दिनों लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान टीएमसी ने अडाणी के मुद्दे पर अलग स्टैंड लिया था। टीएमसी नेता संसद के बहस में शामिल होना चाहते हैं जबकि Congress विरोध-प्रदर्शन को जारी रखना चाहती है।
उम्मीद के मुताबिक, Congress  नेता इमरान मसूद ने ममता दीदी के दावे को खारिज कर दिया है। मसूद का कहना है कि ऑल इंडिया लेवल की पार्टी होने के कारण Congress  नेता राहुल गांधी गठबंधन के नैसर्गिक नेता हैं।
इस शुरुआती जंग में यूबीटी नेता संजय राउत ने भी Congress का पक्ष लिया है लेकिन ममता बनर्जी की अनदेखी नहीं की है। संजय राउत ने कहा कि –‘हमलोग ममता बनर्जी से बात करेंगे। हम चाहते हैं कि ममता इंडिया गठबंधन के साथ रहें’।
Share with family and friends: