पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा
पटना : राजधानी पटना के राजीव नगर रविवार को उस वक्त रणक्षेत्र बन गया जब
अतिक्रमण हटाने गई प्रशासन की टीम के साथ लोगों की झड़प हो गई.
इस घटना में सिटी एसपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे.
हालात बिगड़ता देख खुद पटना के डीएम, एसएसपी भारी संख्या में
पुलिसबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है.
70 मकानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर
दरअसल राजीव नगर में 70 मकानों पर प्रशासन का बुलडोजर चला. इसके लिए प्रशासन ने एक दर्जन से अधिक जेसीबी को बुलाया. इस दौरान किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं थी. बता दें कि 70 मकानों को प्रशासन ने खाली करने का निर्देश दिया था. लेकिन लोगों ने खाली नहीं किया. इसके बाद जब प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से तोड़ना शुरू किया तो लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया. जिसमें सिटी एसपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण है. अभी किसी को जाने की इजाजत नहीं है. प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया है. वहीं BMPऔर BSAP की तैनाती भी गई है.
2 हजार की संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती
प्रदर्शनकारियों ने सिलेंडर में भी पेट्रोल डालकर आग लगा दी. रविवार की सुबह पटना शहर के राजीव नगर इलाके में 70 मकानों को खाली कराए जाने के प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देश के बाद जब लोगों ने खुद से अपने आशियाने को खाली नहीं किया तब प्रशासन की टीम राजीव नगर पहुंच गई. पटना में प्रशासन की टीम एक दर्जन से अधिक जेसीबी और लगभग 2 हजार की संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ राजीव नगर पहुंची और इसके बाद राजीव नगर में अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर का चलना भी शुरू हो गया.
प्रशासन की टीम पर लोगों ने किया पथराव
राजीव नगर में जब बुलडोजर से कराए गए पक्के निर्माण को तोड़ा जा रहा है इस कारण से आक्रोशित लोगों ने इस टीम पर हमला बोल दिया जिसके बाद राजीव नगर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. काफी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आये और प्रशासन की टीम पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान प्रशासन ने लोगों को शांति बनाए रखने की नसीहत दी है लेकिन इलाके में स्थिति फिलहाल लगातार तनावपूर्ण है. प्रशासनिक फैसले के खिलाफ राजीव नगर के लोगों में आक्रोश और नाराजगी है.
रिपोर्ट: प्रणव राज