Dhanbad- बोकारो धनबाद में मगही,भोजपुरी और अंगिका के विरुद्द जारी विरोध प्रर्दशन के बीच झामुमो विधायक मथुरा महतो ने बड़ा बयान दिया है.
झामुमो विधायक मथुरा महतो ने कहा है कि भाजपा ने भोजपुरी, मगही, अंगिका के साथ कई भाषाओं को झारखंडियों पर थोपा था. हेमंत सोरेन की सरकार ने इन भाषाओं को राज्य के 22 जिलों से बाहर कर दिया है, जल्द ही बोकारो-धनबाद से भी इन भाषाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
बता दें कि भोजपुरी मगही और अंगिका को बोकारो-धनबाद में स्थानीय भाषा की श्रेणी में डाले जाने का विरोध हो रहा है, झारखंड भाषा मंच की ओर से जगह-जगह विरोध प्रर्दशन किया जा रहा है, मंत्री, मुख्यमंत्री और विधायकों के पुतले जलाए जा रहे है, सरकार से इन भाषाओं को स्थानीय भाषा की श्रेणी से बाहर करने की मांग की जा रही है.
झारखंड भाषा मंच की ओर से धनबाद से बोकारो तक मानव श्रंखला निकाल कर इन भाषाओं का विरोध किया गय़ा था. इस विरोध प्रर्दशन में हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने पारम्परिक वेश भूषा और हथियारों के साथ प्रर्दशन किया था, इसके बाद इस मामले में और भी कई सामाजिक संगठन जुड़ते चले गए.
इसकी आंच अब राजधानी रांची में भी दिखलायी पड़ने लगी है और आदिवासी-मूलवासी संगठनों की ओर से व्यापक विरोध की रणनीति बनाई जा रही है.
रिपोर्ट- राजकुमार