Hazaribagh: सांसद मनीष जायसवाल अपने संसदीय क्षेत्र में इन दोनों पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र का वितरण कर रहे हैं । मनीष जायसवाल पूरे क्षेत्र में घूम-घूमकर सभी अखाड़ाधारी, जो रामनवमी की जुलूस को निकलते हैं, उनके बीच पहुंचकर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र जैसे की तलवार लाठी आदि का वितरण कर रहे हैं। उनका उद्देश्य यह है कि हजारीबाग क्षेत्र में मनाए जाने वाली रामनवमी अपने पुराने स्वरूप में लौटे और लोग अच्छे से रामनवमी मनाए।
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सांसद मनीष जायसवाल की सार्थक पहल
मौके पर सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि रामनवमी जुलूस की शुरुआत पुराने हजारीबाग जिला से करीब 105 वर्ष पूर्व हुआ और यहां से ही निकलकर यह संपूर्ण देश और दुनिया तक पहुंचा। इसीलिए हजारीबाग की रामनवमी की ख्याति दूर तलक तक है और हजारीबाग की रामनवमी को इंटरनेशनल रामनवमी कहा जाता है। पुराने समय में महावीरी झंडा के साथ पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र परिचालक सह कला-कौशल प्रदर्शन के साथ शोभायात्रा निकलता था, लेकिन पारंपरिक अस्त्र – शस्त्र कला-कौशल कला अब विलुप्त होते जा रहा है।
उसे पुनः जीवंत करने के उद्देश्य से पारंपरिक हथियार रामभक्तों को उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि अस्त्र-शस्त्र का अभ्यास करके इससे कला कौशल का प्रदर्शन ज़रूर करें। इस दौरान उन्होंने नशामुक्त होकर सौहार्दपूर्ण रूप से रामनवमी का त्योहार मनाने का विभिन्न अखाड़ाधारियो से अपील भी की।
शशांक शेखर की रिपोर्ट