रांची: होली आते ही नकली शराब बाजर में आने लगे है। महंगी और ब्रांडेड कंपनी की शराब के शैकीनों के लिए सतर्क रहने की जरूरत है।
वजह यह कि ब्लैक डॉग, ब्लैक टाइगर, सिग्नेचर, एंटीक्विटी जैसी महंगे ब्रांड की शराब की डुप्लीकेसी कर लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है।
शराब माफिया का लेबल लगाने और सील करने का तरीका भी वैसा है, जैसा की ब्रांडेड कंपनियों का होता है।
उत्पाद विभाग की कार्रवाई में रविवार को इसका खुलासा हुआ।
पिठौरिया के ओयना गांव में छापेमारी कर ब्रांडेड कंपनियों के नाम से नकली शराब बनाने वाली मिनी फैक्ट्री पकड़ी है। साथ ही 522 लीटर नकली ब्रांडेड शराब भी जब्त की है।
इसके अलावा 48 कार्टन ब्लैक टाइगर नामक ब्रांड की विदेशी शराब भी जब्त की गई। उत्पाद टीम ने 1000 पीस रॉयल स्टैग के रैपर, 300 पीस ढक्कन, खाली बोतलें, स्टिकर और ढक्कन पर लगाए जाने वाले उत्पाद विभाग, झारखंड सरकार के स्टिकर भी जब्त किए हैं।
मौके से शराब की बोतल की पैकेजिंग करने वाले दो लोगों को भी उत्पाद टीम ने गिरफ्तार किया है। इनमें मेसरा ओपी के पीछे हरिओम सिटी निवासी गौतम कुमार और खेलगांव के लालगंज का रहने वाला सौरभ शर्मा शामिल हैं।
घटना स्थल से सफेद रंग की इनोवा कार भी जब्त की है, जिस पर यूपी का रजिस्ट्रेशन नंबर है। इस कार से ही नकली शराब की सप्लाई होती थी।