गया: गया. बिहार में प्रचंड गर्मी लोगों को झुलसाने लगी है। बिहार का गया गर्मी आते ही सबसे गर्म जिलों में शुमार हो जाता है। गया का पारा इन दिनों 43 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है। सूर्य की रोशनी झुलसा देने वाली है। लोग गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। तेज गर्म हवाएं और तीखी धूप ने जीना मुहाल कर दिया है। हम बताएंगे, कि गया इतना हॉट क्यों हो जाता है। आखिर क्या वजह है कि गया बिहार के सबसे गर्म जिलों में शुमार हो जाता है।
बिहार में सबसे अधिक पारा चढ़ता है गया का
गर्मी की दस्तक के साथ ही बिहार के कई जिलों में झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है। बिहार के गया में भी प्रचंड गर्मी पड़ रही है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सुबह से ही आम लोगों का सड़कों पर निकलना दूभर हो जाता है। गया गर्मी के दिनों में बिहार के सबसे हॉट जिलों में शुमार हो जाता है। यहां की गर्मी आम लोगों के बर्दाश्त से बाहर हो जाती है।
कई हैं कारण
गर्मी के दिनों में बिहार के सबसे गर्म जिलों में गया शुमार हो जाता है। यूं कहें, तो बिहार का सबसे गर्म जिला गया होता है, जहां प्रचंड गर्मी पड़ती है। गया में राज्य में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने के कई कारण हैं। भूगोल वैज्ञानिक और मौसम वैज्ञानिक इसके कारण बताते हैं। उनका कहना है कि ऐसी कई वजहें हैं, जिसके कारण गया जिले में बिहार में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है।
पहला कारण भौगोलिक स्थिति
बिहार में सबसे ज्यादा हॉट जिले में शुमार गया में गर्मी पड़ने का पहला कारण इसकी भौगोलिक स्थिति है। भूगोल व मौसम वैज्ञानिक बताते हैं, कि बिहार के गया में भौगोलिक स्थिति कुछ इस प्रकार की है, कि यहां सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। यह पहाड़ से घिरा हुआ है। वहीं, चौड़े पाट वाला नदी है। बिना पानी वाली सूखी नदी होने के कारण तेज गर्मी पड़ती है। बालू और पहाड़ बहुत जल्दी गर्म होते हैं और बहुत जल्दी ठंडा भी होते हैं।
यही वजह है, कि गर्मी में सबसे ज्यादा गर्मी और ठंड के दिनों में सबसे ज्यादा ठंड गया में पड़ती है। गर्मी के दिनों में बालू और पहाड़ बहुत जल्दी गर्म हो जाते हैं, इसके कारण प्रचंड गर्मी लोगों को झेलनी पड़ती है। बिना पानी वाली नदियां और बिना पेड़ वाले अधिकांश पहाड़ इसके कारण है।
कर्क रेखा काफी नजदीक से गुजरती है
वैज्ञानिक बताते हैं, कि गया से कर्क रेखा नजदीक से होकर गुजरती है। कर्क रेखा गया से होकर यूपी इलाहाबाद से गुजरती है। कर्क रेखा के कारण भी गर्मी ज्यादा पड़ती है। वहीं, एक और भौगोलिक स्थिति को देखें, तो छोटा नागपुर पठार यहां से नजदीक है। एरियल डिस्टेंस काफी कम होने के कारण भी गर्मी पङती है। कर्क रेखा उत्तरी गोलार्द्ध से 23.5 डिग्री नाॅर्थ पश्चिम से पूरब एक रेखा होती है, जिसे कर्क रेखा कहा जाता है।
कर्क रेखा के कारण लंबवत पड़ती है सूर्य की रोशनी
कर्क रेखा जहां से गुजरती है, वहां सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है। वहां तीखी गर्मी होती है। वहीं, जहां से कर्क रेखा नहीं गुजरती है, वहां सूर्य की रोशनी तिरछी पड़ती है। तिरछी रोशनी के कारण गर्मी कम पड़ती है। कर्क रेखा के कारण गया में सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है और गर्मी का एहसास काफी ज्यादा होता है। इसी के कारण बिहार में सबसे ज्यादा गर्मी गया जिले में पड़ती है। फिलहाल गया में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पार चला गया है और झुुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है।
कई कारण है गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ने के: मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र कुमार पटेल बताते हैं, कि कई कारण है कि गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। गया में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान बीते शनिवार को दर्ज की गई। बताते हैं कि गया में सबसे ज्यादा गर्मी होने के कई कारण है, इसमें भौगोलिक स्थिति है। यह पहाड़ से घिरा हुआ है और बिना पानी वाले चौड़े पाट वाले नदी हैं। बालू और पहाड़ बहुत जल्दी गर्म होते हैं और कर्क रेखा यहां से गुजरती है। कर्क रेखा गुजरने के कारण सूर्य की रोशनी लंबवत पड़ती है। यह सब कई कारण हैं, जिसके कारण गया में सर्वाधिक गर्मी बिहार की पड़ती है।
गया से आशीष कुमार की रिपोर्ट
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