Ranchi-श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने चतरा, सिमरिया और लातेहार विधान सभा को अनुसूचित जाति के लिए
रिजर्व सीट से हटाकर अनुसूचित जन जाति के लिए रिर्जव करने की मांग की है.
यहां बता दें कि केन्द्र सरकार ने भोक्ता जाति को जनजाति को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जाति में शामिल कर दिया है.
अब इसको लेकर झारखंड में राजनीति गरमाती नजर आने लगी है.
चतरा के प्रशिक्षण भवन में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए
सत्यानंद भोक्ता ने अपने आप को आदिवासी नेता बतलाते हुए इन तीन
विधान सभा क्षेत्रों को अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व करने की मांग कर डाली.
चतरा, लातेहार और सिमरिया आदिवासी बहुल क्षेत्र- श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता
उन्होने ने कहा कि पहले इन विधान सभा क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या कम थी,
लेकिन भोक्ता जाति को अनुसूचित जाति में शामिल होने के साथ यह स्थिति बदल गयी है.
भोक्ता व अन्य जातियों के अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग अब यहां बहुसंख्यक हो गये हैं.
भोक्ता समुदाय को पिछड़ा बनाने की साजिश
उन्होने आदिवासियों से एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ अपनी आवाज को बुलंद करने का आह्वान किया है.
इस दौरान केंद्र सरकार पर हमलावर अंदाज में उन्होंने कहा है कि
केंद्र सरकार के द्वारा तीनों विधानसभा का लंबे समय से प्रतिनिधित्व करने वाले भोक्ता जाति
को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल कर दिया.
जिसके कारण अब इन क्षेत्रों से कोई भी भोक्ता जाति का उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ पाएगा और ना ही विधायक बन पाएगा.
ऐसे में अब तक सबसे पिछड़ा समाज भविष्य में भी और पिछड़ता चला जाएगा.
नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हों आदिवासी युवक–युवतियां
उन्होने ने इस अवसर पर बड़े पैमाने पर शिक्षकों और सचिवालय सहायकों की नियुक्ति किये जाने का दावा भी किया.
उन्होने कहा कि राज्य सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कृत संकल्पित है.
जल्द ही सभी विभागों में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां निकलेंगी.
भोक्ता ने आदिवासी समुदाय के युवाओं को अपनी योग्यता और प्रतिभा के
आधार पर नियुक्ति की प्रक्रियाओं में शामिल होने का आह्वाहन किया.