Thursday, July 3, 2025

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News 22 Scope के सियासी नगर में झारखंड के दिग्गजों का जुटान, यहां मिलेगी खबरों की खबर

News 22 Scope के सियासी नगर में झारखंड के दिग्गजों का जुटान Ranchi :News 22 Scope का सियासी नगर, आपने सियासी बात सुनी होगी, सियासी घमासान भी देखा होगा. सियासत देखी होगी. गांव, शहर, नगर पर सियासत देखी होगी, लेकिन...

News 22 Scope के सियासी नगर में झारखंड के दिग्गजों का जुटान
Ranchi :News 22 Scope का सियासी नगर, आपने सियासी बात सुनी होगी, सियासी घमासान भी देखा होगा. सियासत देखी होगी. गांव, शहर, नगर पर सियासत देखी होगी, लेकिन क्या कभी सियासी नगर देखा है. नहीं, न.  लेकिन News 22 Scope का एक सियासी नगर है.

इस सियासी नगर में खबर की खबर मिलेगी. सियासी नगर में झारखंड के दिग्गजों का जुटान हुआ. जिसमें वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव (Rameshwar Oraon) संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता  (Banna Gupta) निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी (Arup Chatterjee) कांग्रेस नेता आलोक दुबे, लाल किशोर शाहदेव, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और प्रदीप सिन्हा शामिल हुए.
व्यंग से सीखता है आदमी- रामेश्वर उरांव

News 22 Scope के सियासी नगर का उद्घाटन झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने किया.

उन्होंने कहा कि News 22 Scope का कांसेप्ट नया और नूतन है. जीवन में व्यंग जरूरी होता है.

व्यंग से आदमी सुधरता है और सीखता है.

22 स्कोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम व्यंग का स्वागत करेंगे. इससे हम विचलित नहीं होते, बल्कि हम खुश और मुस्कराता हूं. व्यंग से सुधरने का मौका मिलता है.

उन्होंने कहा कि सियासी नगर मैं मुझे आने का मौका मिला, इसके लिए में न्यूज 22 स्कोप को धन्यवाद देता हूं.

आजकल जो राजनीति चल रही है वो अलग ढंग की है.

जिसमें व्यस्तता बहुत ज्यादा है. व्यंग करने से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.

सरकार के साथ-साथ मजबूत विपक्ष होना जरूरी- अरूप चटर्जी
निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि 22 स्कोप ने जो सियासी नगर बनाया है वो बहुत ही काबिले तारीफ है. व्यंग के माध्यम से नेताओं को सीखने को मिलेगा.

उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ एक मजबूत विपक्ष भी होना बहुत जरूरी है.

ये इसलिए जरूरी है क्योंकि सरकार की जो कमियां है उसे उजागर किया जा सके. सत्ता में बैठे लोगों के पास आलोचक नहीं होते, इसलिए व्यंग होना भी बहुत जरूरी है.

आलोचना समाज के लिए बहुत ही जरूरी है. कमियां बताना कोई गुनाह नहीं है. जो कमियां बताते हैं वो सबसे अच्छे दोस्त होते हैं.
22 स्कोप के माध्यम से सरकार मिलेगी गांव की जानकारी- आलमगीर आलम
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि आजकल जो न्यूज चलती है, उसमें गांव की बहुत कम ही खबरें आ पाती है.

ये देश और प्रदेश गांव से भरा हुआ है. फिर भी जो प्राथमिकता दी जाती है उसमें शहरों को दी जाती है.

जबकि शहरें गांव से बहुत कम है.

उन्होंने न्यूज 22 स्कोप को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपका जो कांसेप्ट है,

उससे गांव की खबरें हमलोगों के सामने आयेंगी तभी जाकर हम उन तक पहुंच पायेंगे.

न्यूज 22 स्कोप के माध्यम से सरकार को भी गांव की जानकारी मिलेगी और उसपर काम करेगी.

उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी बल दिया और कहा कि आजकल मीडिया हाउस में महिलाएं भी पुरुष से कम काम नहीं करती हैं. चाहे छोटी या बड़ी खबर हो, हर खबर को महिलाएं प्रमुखता से लोगों तक पहुंचाती हैं.
सियासी गांव से पत्रकारिता में आयेगा निखार- बन्ना गुप्ता
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जो हमारी परंपरा, संस्कार और संस्कृति है, यो जो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कैसे निर्भिक हो, और कैसे कम शब्दों में तर्कसंगत बात की जाए , उसकी भी सोच आपकी है.

उन्होंने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि भारत गांव में बसता है.  कविता के जरिए गांव के बारे में विस्तार से बताया,  कहा कि पत्रकारिता का मतलब होता है आलोचना और समालोचना.

उन्होंने पत्रकारिता के बारे में भी बताया कि कैसे खबर करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 22 स्कोप चौथे स्तंभ का मजबूत स्तंभ बनेगा. 22 स्कोप के निस्पक्षता, वाकपटुता और निर्भिकता के लोग कायल होंगे.
लोगों को मिलेगी नई जानकारी- प्रतुल शाहदेव
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि व्यंग की परंपरा लुप्त होती जा रही है.

सत्ता में कोई भी हो,  उसपर व्यंग करनी चाहिए. ताकि सरकार को सही जानकारी मिले.

22 स्कोप को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ये कांसेप्ट बहुत ही बढ़िया है.

इसके माध्यम लोगों को नई-नई जानकारी मिलेगी.

प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जब महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस धरना प्रदर्शन करने लगे तो उससे बड़ा व्यंग नहीं हो सकता.

वहीं बढ़ती महंगाई पर उन्होंने कुछ नहीं कहा.

बीजेपी नेता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि व्यंग के माध्यम से खबरें लोगों तक पहुंचे ये 22 स्कोप की अच्छी पहल है.

कभी-कभी व्यंग कटाक्ष हो जाता है.

आजकल के राजनेता बहुत ही असहिष्णु हैं. आजकल तुरंत प्रतिउत्तर भी आ जाता है.