पटना: बिहार के सारण, सिवान और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 30 से अधिक लोगों की मौत का मामला राजनीतिक रूप ले चुका है। जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई मौत पर विपक्ष सरकार को घेरने में जुट गया है और विपक्ष आरोप लगा रहा है कि यह सब शराबबंदी का ही असर है कि लोग जहरीली शराब पी रहे हैं और जान गंवा रहे हैं। इस बीच इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि बिहार ही नहीं अन्य जगहों से भी इस तरह के घटनाओं की खबर आती रहती है। हालांकि इस मामले में बिहार सरकार तत्परता से कार्रवाई कर रही है और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। दरअसल केंद्रीय मंत्री हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथग्रहण समारोह में पहुंचे थे जहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए उक्त बातें कहीं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी सत्तापक्ष में रहते हुए भी समय समय पर शराबबंदी का विरोध करते रहते थे और कभी शराबबंदी खत्म करने की तो कभी शराबबंदी की समीक्षा करने की मांग करते रहते थे। जीतनराम मांझी हमेशा कहते थे कि शराबबंदी की वजह से सबसे अधिक नुकसान गरीब लोगों का होता है उन्हें थोड़ी शराब पीने की अनुमति मिलनी चाहिए। अब बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौत मामले में जीतनराम मांझी के इन बयानों से एक बार फिर राजनीतिक महकमे में तूफान आने की संभावना दिखाई दे रही है।
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