SAHIBGANJ : साहिबगंज पहुंची एनजीटी की टीम ने अधिकारियों को सभी को कॉप्रिहेंसिव मॉनिटरिंग एनवायरनमेंट प्लान के तहत काम करने का निर्देश दिया गया है. अधिकारियों की ओर से कहा गया कि अभी इसमें कुछ महीने लगेंगे पर बेहतर परिणाम आयेंगे. उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण के प्रभाव पर भी हमलोगों की नजर है.

‘बीआईटी सिंदरी की रिपोर्ट के बाद बनाई जाएगी योजना’
बीआईटी सिंदरी इसका अध्ययन कर जब रिपोर्ट देगी उसके बाद आगे की योजना बनाई जाएगी. विन ब्रेकिंग वाल्स पर भी काम करने की तैयारी है. एनजीटी के अनुपालन के बाद एक कमिटी का गठन किया गया है जिसमें माइनिंग के क्षेत्र के लोगों को भी मेंबर बनाया गया है. जो भी योजना बनाई जाएगी उसका सही तरीके से रिव्यु भी किया जाएगा. परिवहन के क्रम में पहले से भी नियमित रूप से छापेमारी कर जाँच करते हुए अवैध पाये जाने पर परिवहनकर्त्ता के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के साथ आर्थिक दण्ड की भी वसूली की जाती रही है कि भविष्य में उनके द्वारा इस तरह के कार्यों की पुनरावृति ना हो..
‘स्टेकहोल्डर्स को दिए गए कई निर्देश’
अपर मुख्य सचिव सह वन पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव एल. ख्यांगते ने स्टेकहोल्डर्स को हॉल रोड को बनवाने और उनमें लगातार पानी का छिड़काव करवाते रहने का भी निर्देश दिया है साथ ही क्रशर यूनिट में पौधारोपण करना क्रशर यूनिट में लगें मशीनों को नई तकनीक वाली मशीनों में अपग्रेड करना, बाउंड्री वॉल बनवाने जैसे कई अन्य दिशा निर्देश भी दिए गए हैं..खनिज क्षेत्र में सघन वृक्षारोपन कराया गया है
और हर वर्ष वर्षात के समय वृक्षारोपन हेतु निदेर्षित किया गया है
जिससे कि वातावरण में प्रदूषण की रोकथाम की जा सके।
प्रदूषण की रोकथाम हेतु क्रशर स्थल के चारों तरफ पक्की दीवर का निर्माण कराया गया है.
साहिबगंज के समाहरणालय स्थित सभागार में
अपर मुख्य सचिव सह वन पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग के
सचिव एल. खिंग्याते की अध्यक्षता में राष्ट्रीय हरित अधिकरण
की बैठक आयोजित की गई. बैठक में कि जिला स्तर पर
अवैध खनन, परिवहन की रोकथाम के लिए जिला टास्क फोर्स की कमिटी गठित हुई है.