धनबाद: धनबाद में मानसून की बारिश ने एक बार फिर से जिले की सड़क व्यवस्था की पोल खोल दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-32 (NH-32), जो राजगंज को महुदा से जोड़ता है, इन दिनों जलभराव और अतिक्रमण की दोहरी मार झेल रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण हाईवे के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
गोल बिल्डिंग से लेकर कतरास के काको चौक तक अरबों की लागत से बनी सड़क पानी में डूबी हुई है। कई स्थानों पर करीब दो फीट तक पानी भर चुका है, जिससे सड़क ‘स्विमिंग पूल’ में तब्दील हो गई है। इस कारण दोपहिया वाहन चालकों और पैदल राहगीरों को जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करना पड़ रहा है।
इस बीच कतरास-काको चौक के पास NH-32 पर अतिक्रमण की स्थिति भी चिंताजनक है। गीतांजलि रेस्टोरेंट के नजदीक स्थानीय दबंगों द्वारा सड़क के ऊपर बांस-लकड़ी के सहारे बिजली के तार पार किए गए हैं। यह अस्थायी संरचना कभी भी गिर सकती है और किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। हैरानी की बात है कि बिजली विभाग ने अब तक इस गंभीर समस्या की अनदेखी की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब संबंधित विभागों की लापरवाही और भ्रष्ट व्यवस्था का नतीजा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब अरबों रुपए की लागत से सड़क बनी है तो उसकी निगरानी और रखरखाव की जिम्मेदारी कौन निभाएगा?
धनबाद की ये स्थिति स्थानीय प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और बिजली विभाग की निष्क्रियता को उजागर करती है। ज़रूरत है कि प्रशासन तत्काल संज्ञान ले और प्रभावी कार्रवाई करे, ताकि कोई जानमाल की क्षति न हो।
रिपोर्ट: आदर्श गुप्ता