डिजीटल डेस्क : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में अपने दिए गए बयान के विवादित वायरल वीडियो को भाजपा सांसद और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सही बताया है। मंगलवार को पूरे मामले पर स्थिति को स्पष्ट करते हुए उन्होंने मीडिया के सामने अपनी पूरी बात रखी। आजमगढ़ दीवानी न्यायालय में उन्होंने मीडिया के सामने माना कि वायरल बयान उन्हीं का दिया हुआ है। उसे उन्होंने फेक सिर्फ इसलिए बताया था ताकि तुष्टीकरण की सियासत करने वाले का चेहरा बेनकाब हो और उनके विवादित किए जा रहे काटे-छांटे गए बयान का पूरा वीडियो वही लोग (तुष्टीकरण की सियासत करने वाले ) सामने अपलोड कर सामने लाएं। वही हुआ भी और लोगों के सामने सच्चाई आ गई कि क्या सही है और क्या गलत एवं तुष्टीकरण की सियासत करने वालों का चेहरा क्या है।
भाजपा सांसद ने बयान को फेक बताया तो वीडिया हुआ था वायरल
दरअसल उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक चैनल को दिए बयान में बेरोजगारी के मुद्दे पर बयान दिया जो कि काफी विवादित हुआ। वायरल हुए उस बयान वाले वीडियो में वह कह रहे थे कि जब आप बेरोजगार हैं तो फिर आठ बच्चे क्यों पैदा कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इस बात को ध्यान में रखते हुए बच्चे पैदा नहीं किए। उनके इसी बयान पर काफी हंगामा मच गया था। सपा ने इसे लेकर चुनाव आयोग और भाजपा से कार्रवाई की मांग कर दी। मामले ने जब काफी तूल पकड़ा तो भाजपा सांसद ने ट्विट कर वीडियो को फेक बताया तो वीडियो बनाने वाले ने उनके पूरे बयान वाले वीडियो को वायरल कर दिया।
कांग्रेस का तुष्टीकरण का चेहरा आया सामने – निरहुआ
पूरे मामले पर मंगलवार को खुद सांसद निरहुआ ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि वायरल बयान उन्हीं का है। बताया कि फेक वीडियो उन्होंने इसलिए बताया था ताकि तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले पूरे बयान का वीडियो डालें और सबलोग सच्चाई को जानें। मंगलवार को सांसद निरहुआ ने कहा कि यह ट्विट उन्होंने इसलिए किया था कि इन लोगों ने जो वीडियो एडिट करके डाला था वह उसे पूरा डालें। वही हुआ। तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों ने पूरा वीडियो डाल दिया। इससे पूरा देश जान गया कि यह बयान किस संबंध में दिया गया था। भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से तुष्टीकरण की राजनीति करती है। उसके द्वारा उनके 10 मिनट के बयान को एडिट करके वायरल किया गया। यह वीडियो उनका ही है।
हर हाल में यह साइबर अपराध, चुनाव आयोग को शिकायत भेजी – अमिताभ ठाकुर
दूसरी ओर भाजपा सांसद निरहुआ के वायरल विवादित बयान पर आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने तर्क दिया है कि अगर वीडियो फर्जी है तो यह अपने आप में गंभीर आपराधिक कृत्य है। अगर यह वीडियो फेक नहीं है तो एक सही इंटरव्यू को फर्जी बताकर धमकी दी गई है। साथ ही लोगों को डराने और धमकाने का प्रयास किया गया है। दोनों स्थितियों में इंटरनेट का प्रयोग हुआ है जो साइबर अपराध है।