पटना : नीतीश अपने खर्च पर- राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के
राजगीर में एयरपोर्ट बनाने के सवाल पर कहा कि वे अपने खर्च पर राजगीर में एयरपोर्ट बनवा लें.
मोदी सरकार पर सीधे आरोप ना लगाएं कि उनको सहयोग नहीं किया जा रहा है.
केंद्र सरकार की उपेक्षा वाले बयान पर सोमवार को सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि सीएम नीतीश सबसे पहले पटना, बिहटा, पूर्णिया और दरभंगा में एयरपोर्ट विस्तार के लिए जो जमीन उपलब्ध करानी है, उसमें पहले सहयोग करें. साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश से आग्रह करते हुए कहा कि पहले जो केंद्र सरकार जिन एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन उपलब्ध कराना है उस पर ध्यान दें और बेवजह की तूल न खड़ा करें.
मुख्यमंत्री ने राजगीर में एयरपोर्ट बनाने का किया एलान
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने गृह जिले नालंदा को खास सौगात दी. राजगीर में उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हर घर गंगाजल’ योजना की शुरुआत के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का बेहद संतुष्टि भरा पल है, क्योंकि रिकॉर्ड समय में ये प्रोजेक्ट पूरा हुआ है. ये अपनी तरह की पहली परियोजना है जब ‘हर घर गंगाजल’ के अपने सपने को साकार होते देख रहा हूं. यही नहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजगीर में एयरपोर्ट बनाने का भी एलान किया. उन्होंने कहा कि राजगीर में एयरपोर्ट के लिए केंद्र से सहयोग नहीं मिला तो प्रदेश सरकार अपने फंड से इसे पूरा करेगी.
राजगीर में एयरपोर्ट बनवाएंगे सीएम नीतीश
सीएम नीतीश ने रविवार को राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 4,174 करोड़ रुपये की परियोजना का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने बड़ा एलान करते हुए कहा कि उनकी सरकार राजगीर में एक एयरपोर्ट का भी निर्माण करेगी. उन्होंने बताया कि राजगीर में एक राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उन्होंने केंद्र से कई बार अपील की. हालांकि, केंद्र ने इस पर कोई सुनवाई नहीं की. ऐसे में उन्होंने प्रदेश सरकार के फंड से इसे बनाने का फैसला किया है.
नीतीश अपने खर्च पर: इसलिए किया एयरपोर्ट बनवाने का एलान
मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक समेत कई पर्यटक राजगीर आते हैं. ऐसे में यहां एयरपोर्ट होना जरूरी है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि राज्य में सड़कों का निर्माण इस तरह किया जा रहा कि पटना या गया से राजगीर पहुंचने में मुश्किल से एक घंटे लगेगा. मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि उनकी अंतिम इच्छा जरासंध अखाड़े के पास जरासंध स्मारक बनाने की है.
रिपोर्ट: राजीव कमल