रांची: झारखंड पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सुरक्षा में कटौती की खबरों का खंडन करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, चंपई सोरेन की सुरक्षा में कुल 63 पुलिस जवान और पांच वाहन तैनात हैं, और उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की कमी नहीं की गई है।
बयान में बताया गया है कि चंपई सोरेन को उनकी सुरक्षा श्रेणी के अनुसार सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। उन्हें Z प्लस एएसएल सहित श्रेणी की सुरक्षा मिलती है, जबकि वर्तमान में उन्हें Z प्लस एसएल रहित सुरक्षा प्राप्त है। इसके अलावा, चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सुरेन के पास दो बॉडीगार्ड और उनके सलाहकार धर्मेंद्र गोस्वामी (चंचल गोस्वामी) के पास तीन बॉडीगार्ड उपलब्ध हैं। इस प्रकार, कुल मिलाकर चंपई सोरेन के पास 73 सुरक्षा बल मौजूद हैं।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद चंपई सोरेन के पास कुल सात वाहन थे, जिनमें तीन फरारी, एक स्कॉर्पियो, एक सफारी, और दो जिप्सी वाहन शामिल थे। इनमें से तीन फरारी और एक स्कॉर्पियो मुख्यमंत्री सुरक्षा के वाहन के रूप में उपलब्ध थे। नियमों के अनुसार, मुख्यमंत्री पद से हटने के बावजूद इन चार गाड़ियों को चंपई सोरेन के कारकेट के साथ चलने दिया गया था, जिन्हें अब वापस बुलाया गया है। वर्तमान में, चंपई सोरेन के पास कुल पांच वाहन तैनात हैं।
यह घटनाक्रम तब सामने आया जब चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी सुरक्षा में कटौती का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा था कि राज्य सरकार ने उनके सुरक्षा वाहनों को वापस बुला लिया है और उन्हें झारखंड में अपनी सुरक्षा की कोई आवश्यकता नहीं है। इस पर पुलिस मुख्यालय ने चंपई सोरेन के आरोपों का स्पष्ट खंडन करते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित की गई है।