सरायकेला : दिल्ली से राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री से सम्मानित सरायकेला के बीरबांस निवासी छुटनी महतो गुरुवार देर शाम सरायकेला
पहुंची. जगह- जगह पद्मश्री छुटनी महतो का भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया.
इसी क्रम में कांड्रा में छुटनी महतो का भाजपा कार्यकर्ताओं ने ढोल- नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया.
जिस छुटनी के नाम से कल तक लोग घृणा करते थे, डायन समझ उससे बात करना तो दूर उसकी परछाई से भी दूर भागते थे आज उसी
गांव में पद्मश्री सम्मान लेकर पहुंची छुटनी का भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया.
छुटनी महतो ने बताया, कि उसका जीवन धन्य हो गया उसके जीवन का मकसद यही है कि, जिस कुप्रथा की शिकार वह हुई, उसे
समाज से जड़ सहित उखाड़ फेंकना है और यह तभी संभव है जब हर पंचायत में एक छुटनी पैदा हो.
उन्होंने पीएम मोदी को अपना धर्म भाई बताया.
इधर बीरबांस पंचायत के मुखिया घनश्याम हांसदा ने छुटनी महतो के संघर्ष की सराहना की और उन्हें पूरे पंचायत का गौरव बताया.
वहीं जिप प्रत्याशी अख्तर हुसैन ने छुटनी महतो को आदर्श बताया.
उन्होंने कहा पूरा जिला छुटनी को मिले सम्मान से गौरवान्वित हुआ है.
आपको बता दें कि 9 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में डायन उन्मूलन के खिलाफ आंदोलन
लने वाली छुटनी महतो को साल 2020-21 के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया है.
छुटनी को मिले इस सम्मान से पूरे राज्य, खासकर सरायकेला के लोगों में काफी खुशी है.