Changing Bihar : 5 साल में मातृ मृत्‍यु दर होगा शून्‍य! 73.26 फीसद की गिरावट

Changing Bihar : 5 साल में मातृ मृत्‍यु दर होगा शून्‍य! 73.26 फीसद की गिरावट
Changing Bihar : 5 साल में मातृ मृत्‍यु दर होगा शून्‍य! 73.26 फीसद की गिरावट

पटना : अक्‍सर बिहार का जिक्र बदहाल स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था और लचर सेवाओं को लेकर हुआ करता था। मगर, जल्‍द ही यह अवधारणा खत्‍म होने वाली है। जो कि आंकड़ों में भी दिखाई देने लगा है। बिहार सरकार ने अपने स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ बनाते हुए एक ऐसा मुकाम हासिल किया है, जो न सिर्फ राज्य के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा भी है। जी हां, ये बिहार के लिए गौरव की बात है कि यहां का मातृ मृत्‍युदर में 74 फीसद की कमी हुई है। वहीं, शिशु मृत्युदर में भी जबरदस्त गिरावट दर्ज की है।

Changing Bihar : 5 साल में मातृ मृत्‍यु दर होगा शून्‍य! 73.26 फीसद की गिरावट

आंकड़ों में सुधार से स्‍वाथ्‍य मंत्री भी उत्‍साहित

तेज़ी से हो रहे स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था में सुधार का प्रमाण यह भी है कि मातृ मृत्यु दर के राष्ट्रीय औसत 93 से अब बिहार केवल सात की दूरी पर सिमट गया है। बिहार के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडे का कहना है कि साल 2030 तक इस अंतर को भी पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल ने इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में किए गए दीर्घकालिक निवेश का नतीजा बताया है।

मातृ मृत्यु दर में लगभग 73.26 फीसद की गिरावट

आंकड़ों की माने तो जहां साल 2005 में प्रसव के दौरान एक लाख महिलाओं में 374 की मौत हो जाती थी। वहीं, अब यह संख्या घटकर महज 100 रह गई है। यानी मातृ मृत्‍यु 274 अंकों की ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। जो 73.26 फीसद की कमी बताती है।

44 फीसद गिरा नवजात मृत्‍युदर

इसी तरह, शिशु मृत्युदर (IMR) के मोर्चे पर भी बिहार ने बड़ी छलांग लगाई है। साल 2010 के आंकड़ों की माने तो पहले एक हजार नवजातों में 48 की मृत्यु हो जाती थी। जो अब घटकर मात्र 27 रह गई है। यह संख्‍या 43.74 फीसद की कमी दिखाती है। खास बात ये है कि यह संख्या अब भारत के राष्ट्रीय औसत के बराबर हो गई है। जो किसी भी राज्य के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का प्रमाण है।

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74 फीसद प्रसव हो रहे संस्‍थागत

बिहार में अब 74 फीसदी प्रसव संस्थागत हो रहे हैं। बिहार सरकार के ये आंकड़े उत्‍साहित करने वाले हैं। इसकी वजह से जच्चा और बच्चा दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है। स्वास्थ्य मंत्री इसे ‘नीतीश कुमार के दूरदर्शी विजन और प्रशासनिक इच्छाशक्ति’ का परिणाम मानते हैं। मंगल पांडे का कहना है कि ये हमारे स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं के मजबूत होने का प्रमाण है। उन्‍होंने बताया कि पहले राज्य में संस्थागत प्रसव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। लेकिन अब ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि बिहार में संस्‍थागत रूप से ही प्रसव कराया जाए।

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Jamshedpur : बॉयफ्रेंड के साथ हुआ झगड़ा, नदी में कूदी युवती, तलाश में जुटी प्रशासन…

Jamshedpur : बॉयफ्रेंड के साथ हुआ झगड़ा, डोबो नदी में कूदी युवती, तलाश में जुटी प्रशासन...
Jamshedpur : बॉयफ्रेंड के साथ हुआ झगड़ा, डोबो नदी में कूदी युवती, तलाश में जुटी प्रशासन...

Jamshedpur : जमशेदपुर में उस समय सनसनी मच गई जब एक युवती ने नदी में छलांग लगा दी। घटना के बाद वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस युवती की तलाश में जुट गई है। पूरा मामला सोनारी थाना क्षेत्र के दोमुहानी डोबो पुल की बताई जा रही है।

नदी में कूदने वाली युवती की पहचान सुमित्रा प्रमाणिक के रुप में हुई है जो कि बारीडीह की रहने वाली है। मिली जानकारी के मुताबिक युवती बिष्टुपर में एक पीजी में रहती थी और वहीं रहकर वह एक मॉल में काम करती थी। फिलहाल पुलिस युवती तलाश कर कर रही है।

Jamshedpur : प्रेमी से झगड़ा होने के बाद नदी में कूदी युवती

मिली जानकारी के मुताबिक युवती अपनी एक दोस्त के साथ स्कूटी से घूमने के लिए आई थी। घूमते-घूमते दोनो डोबो पुल के पास आ पहुंची। इसी दौरान सुमित्रा अपने प्रेमी से बात कर रही थी। बातचीत के दौरान दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। झगड़ा इतना बढ़ गया कि युवती ने बिना कुछ सोचे नदी में छलांग लगा दी।

उसकी दोस्त जबतक कुछ समझ पाती तबतक युवती नदी में कूद चुकी थी। युवती की दोस्त ने आवाज लगाकर आसपास के लोगों को बुलाया पर नदी के तेज बहाव में युवती बह गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवती की तलाश में जुट गई है। अभी तक युवती का पता नहीं चल पाया है।

आशीष तिवारी की रिपोर्ट–

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Breaking : चुनाव आयोग ने सभी दल के नेताओं को बुलाया कार्यालय

Breaking : चुनाव आयोग ने सभी दल के नेताओं को बुलाया कार्यालय
Breaking : चुनाव आयोग ने सभी दल के नेताओं को बुलाया कार्यालय

पटना : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। बिहार चुनाव आयोग (Bihar Election Commission) ने सभी दल के नेताओं को कार्यालय बुलाया है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग शाम 4.30 बजे सभी दलों के साथ बड़ी बैठक करने वाला है। बताया जा रहा है कि मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर पहले ड्राफ्ट के तैयार होने के बाद अब चुनाव आयोग आज शाम साढ़े चार बजे राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में पहले ड्राफ्ट के आंकड़ों पर चर्चा की जाएगी। आयोग इस बैठक के दौरान पहले ड्राफ्ट को लेकर तमाम राजनीतिक दलों से उनकी राय भी जानेगा।

Breaking : चुनाव आयोग ने सभी दल के नेताओं को बुलाया कार्यालय

बिहार ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की कॉपी चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक दलों को दे दी गई है

बिहार ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की कॉपी चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक दलों को दे दी गई है। इसमें राज्य की सभी 243 विधानसभा के 90,817 पोलिंग स्टेशन का डेटा शामिल है। 38 जिलों के माध्यम से सभी राजनीतिक पार्टियों को ये सूची दी गई है। ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट को चुनाव आयोग अपनी वेबसाइट पर तीन बजे जारी करेगा। इस लिस्ट को तीन बजे के बाद आम नागरिक देख पाएंगे।

चुनाव आयोग के साथ बिहार के राजनीतिक दलों की बैठक खत्म

वोटर लिस्ट प्रारूप जारी होने के बाद चुनाव आयोग के साथ बिहार के राजनीतिक दलों की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में बिहार के राजनीतिक दलों ने कई सवाल पूछे हैं और इनका कहना है कि कई सवालों का जवाब चुनाव आयोग नहीं दे पाई। बैठक में महागठबंधन के लोगों ने चुनाव आयोग से पूछा कि जिन लोगों का नाम यह कहकर काटा गया है कि वह मर गया है। उसका आधार क्या है इन लोगों ने बताया कि बगल से पूछ करके यह बताया गया यह मर गया है। उनका नाम काट दिया गया जो बिल्कुल गलत है। 65 लाख लोगों के नाम काट दिए गए हैं। यह चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को बता दिया है। इस पर जब पूछा गया कि क्या-क्या आधार है, चुनाव आयोग ने कहा कि आधार कई तरीके के हैं।

Breaking : चुनाव आयोग ने सभी दल के नेताओं को बुलाया कार्यालय

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कागजात के आधार पर यह नाम काटे गए

हालांकि कि कागजात के आधार पर यह नाम काटे गए। इस पर से इनका कहना है कि चुनाव आयोग को भी जवाब नहीं दे पाया। चुनाव आयोग से यह भी सवाल किया गया है कि जिन लोगों के नाम इस आधार पर काटे गए हैं कि वह दूसरे जगह चले गए। उसका आधार क्या है। इस पर महागठबंधन के लोगों का कहना था कि चुनाव आयोग ने कहा कि लोगों से पूछ कर उनके नाम काट दिए गए। राष्ट्रीय जनता दल ने 10 मांग चुनाव आयोग से किया है और कहा कि है कि 10 मांगों को लेकर तत्काल महागठबंधन के लोगों को जवाब दें इनमें सबसे प्रमुख मांग है। सबसे प्रमुख मांगों में यह है की वोटर लिस्ट की जो प्रक्रिया है उसे कितने लाख मतदाताओं को मुहैया कराई गई इसका जवाब देने के लिए कहा गया है। यह भी मांग की गई है कि किस आधार पर ट्रेस लैस मतदाताओं के नाम काटे गए। यह भी पूछा गया है कि जो लोग मर गए आखिर उनका नाम किस आधार पर काटा गया। चुनाव आयोग से 2003 का वोटर लिस्ट की कॉपी मांगी गई है। चुनाव आयोग से यह भी पूछा गया है कि विधानसभा वार कितने लोगों के नाम काटे गए।

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विवेक रंजन की रिपोर्ट

Latehar: जंगली हाथी ने मचाया आतंक, युवक को कुचलकर मार डाला, कई घरों को किया ध्वस्त

Latehar
Latehar: जंगली हाथी ने मचाया आतंक

Latehar: जिले में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। झुंड से बिछुड़ कर एक हाथी गुरुवार की रात से विभिन्न गांवों में तबाही मचा रहा है। इस दौरान हेरहंज थाना क्षेत्र के तासू गांव में हाथी ने विनय भुइयां नामक युवक की जान ले ली, जबकि कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

Latehar: जंगली हाथी का आतंक

हाथी ने तासू गांव में एक घर को तोड़ा और उसमें रखा महुआ व अनाज खा गया। इस दौरान विनय भुइयां हाथी की चपेट में आ गया, जिसे उसने पटक कर मार डाला। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को गांव से बाहर निकालने में जुट गई।

इसके बाद हाथी बालूमाथ प्रखंड के मसियातु पंचायत अंतर्गत होलेंग गांव पहुंचा, जहां उसने एक और घर की दीवार तोड़ दी। घर में रखा चावल बर्बाद कर दिया और खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया। आखिरकार ग्रामीणों और वन विभाग की टीम की मदद से हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा गया।

Latehar: ग्रामीणों में दहशत का माहौल

वहीं गांव में हाथी के हमले से गंभीर दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है जब हाथी दिन के उजाले में गांव में घुस आया। एक ग्रामीण ने बताया कि हाथी ने उसका घर तोड़ दिया, अब वे बेघर हो गए हैं और भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

पुल निर्माण कंपनी पर लगा अवैध बालू खनन का आरोप

पुल निर्माण कंपनी पर लगा अवैध बालू खनन का आरोप
पुल निर्माण कंपनी पर लगा अवैध बालू खनन का आरोप

जमुई : जमुई जिले के सोनो में पुल निर्माण कंपनी पर अवैध बालू खनन का आरोप लगा। वीडियो वायरल हुई। ग्रामीणों ने लोंगीं चुट के साथ वायरल कर चुरहैत पुल के पास ग्रामीणों के साथ विरोध किया। उन्होंने कहा कि तीन माह में वरसात के मौसम में बालू खनन वो भी अवैध रूप से कर रहा है। कंपनी पुल निर्माण कार्य में बालू लगा रही है। एक तो गलत कर रहा है, दूसरी तरफ सरकार के रेवेन्यू पर डाका डाल रही है।

पुल निर्माण कंपनी पर लगा अवैध बालू खनन का आरोप

ग्रामीणों ने सोनो अंचलाधिकारी के पास आवेदन दिया कि अवैध बालू खनन पर रोक लगायी जाए

ग्रामीणों ने सोनो अंचलाधिकारी के पास आवेदन दिया कि अवैध बालू खनन पर रोक लगायी जाए। जब मीडिया ने पुल निर्माण कंपनी के सुपरवाइजर से वीडियो वायरल होने एवं अवैध खनन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि काम अभी चालू नहीं हुआ है, सभी आरोप गलत है। जबकि वीडियो में साफतौर पर देखा जा रहा कि अवैध खनन बालू हो रहा है। पुल निर्माण कार्य में लगाने के लिए देखते हैं आगे क्या होता है।

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ब्रह्मदेव प्रसाद यादव की रिपोर्ट

Breaking : सीएम हेमंत सोरेन 76 वें राज्यव्यापी वन महोत्सव-2025 में हुए शामिल

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Ranchi : रांची के जगन्नाथपुर स्थित नवनिर्मित विधायक आवासीय परिसर में आयोजित “76वां राज्यव्यापी वन महोत्सव-2025” में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और राज्य को हरित झारखंड बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

Breaking :  कई विधायक और अधिकारी हुए शामिल

मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण केवल पर्यावरण ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा का भी माध्यम है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विधायकों, अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। वन विभाग द्वारा आयोजित इस महोत्सव ने जनभागीदारी के साथ हरियाली को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की।

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बेतिया रेलवे स्टेशन पर सांसद और DRM ने किया भूमि पूजन, 54 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

बेतिया रेलवे स्टेशन पर सांसद और DRM ने किया भूमि पूजन, 54 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
बेतिया रेलवे स्टेशन पर सांसद और DRM ने किया भूमि पूजन, 54 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

बेतिया : पश्चिम चंपारण जिला अंतर्गत बेतिया रेलवे स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत 54 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण होना है। आज इस कार्य का भूमि पूजन पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद संजय जायसवाल, डीआरएम समस्तीपुर मंडल विनय श्रीवास्तव और बिहार सरकार की पशुपालन मंत्री रेणु देवी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दौरान भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि महज 18 करोड़ रुपए की थी। अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृपा से 54 करोड़ रुपए की हो गई है।

बेतिया रेलवे स्टेशन पर सांसद और DRM ने किया भूमि पूजन, 54 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

बेतिया रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत फिर से बनेगा

बेतिया रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत फिर से बनेगा। हमने वंदे भारत ट्रेन की मांग भी की थी, वह भी पूरी हुई। इसके साथ में बेतिया के रेलवे स्टेशन चौक पर ओवर ब्रिज बनाने का डीपीआर बनाने का टेंडर भी कर दिया गया है। इसके बन जाने से स्टेशन चौक पर लगने वाली जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। रेल विभाग ने बानूछापर रेलवे ओवरब्रिज का प्रस्ताव भी बढ़ाया है। हालांकि यह अभी शुरुआती स्तर पर है। डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने कहा कि जहां भी अब नए भवन बनाए जा रहे हैं। वहां स्थानीय संस्कृति और धरोहरों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है।

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दीपक कुमार की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला, आवास सहायक महिला से मांगी रिश्वत

प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला, आवास सहायक महिला से मांगी रिश्वत
प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला, आवास सहायक महिला से मांगी रिश्वत

मोतिहारी : मोतिहारी के मधुबन प्रखंड की कौड़िया पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें पंचायत के आवास सहायक आदर्श कुंदन एक महिला से नकद रुपए लेते नजर आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यह रिश्वत प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त जारी करने के नाम पर ली जा रही थी। योजना में प्रत्येक लाभार्थी से 20 से 25 हजार रुपए तक की मांग की जा रही है। यह रकम कथित तौर पर नीचे से ऊपर तक बंटती है।

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वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं

वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। इससे प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना की साख पर भी असर पड़ा है। इस मामले पर आवास सहायक आदर्श कुंदन ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि छठ के समय उक्त महिला ने मुखिया के दरवाजे पर हम से पांच सौ रुपए दिए थे। वे वहीं रुपए वापस कर रहे थे। उसी का किसी ने वीडियो बना लिया। कुंदन ने दावा किया कि वीडियो काफी पुराना है। उन्हें बदनाम करने के लिए जानबूझकर वायरल किया गया है। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला लोगों की नजर में आ गया है। अब प्रशासन पर जांच कर कठोर कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है।

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वीडियो सामने आने के बाद DDC ने जांच का आदेश दिया है

इधर, वीडियो सामने आने के बाद डीडीसी ने जांच का आदेश दिया है। अगर दोषी पाए जाते है तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि गरीबों के लिए चलाई जा रही इस योजना में पारदर्शिता बनी रहे और भ्रष्टाचार पर लगाम लगे।

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सोहराब आलम की रिपोर्ट

कंगना रनौत को हाईकोर्ट से बड़ा झटका, इस मामले में फिर से शुरू होगा ट्रायल

कंगना रनौत
कंगना रनौत को हाईकोर्ट से बड़ा झटका

Desk. बॉलीवुड एक्ट्रेस और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को कोर्ट ने उनके खिलाफ बठिंडा में दायर मानहानि शिकायत को रद्द करने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद अब 2021 से रुकी हुई ट्रायल प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी।

कंगना रनौत को हाईकोर्ट से झटका

यह मामला 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान सामने आया था, जब कंगना ने सोशल मीडिया पर बठिंडा निवासी मोहिंदर कौर की तस्वीर साझा की थी और दावा किया था कि आंदोलन में भाग लेने के लिए महिलाओं को पैसे दिए जा रहे हैं। इस पोस्ट के बाद लोगों में काफी आक्रोश फैल गया था। मोहिंदर कौर ने इसे अपनी प्रतिष्ठा पर हमला बताते हुए जनवरी 2021 में स्थानीय अदालत में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।

कंगना रनौत ने इस शिकायत को खारिज करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया था। उनकी दलील थी कि यह एक सामान्य टिप्पणी थी और उनका किसी की मानहानि करने का कोई इरादा नहीं था। हालांकि, कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया है।

हाईकोर्ट का विस्तृत आदेश अभी सामने नहीं आया है, इसलिए याचिका खारिज करने के पीछे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। लेकिन कोर्ट के इस आदेश के बाद अब मानहानि मामले में अदालती कार्यवाही फिर से शुरू होगी।

झंडागड़ी को लेकर फिर गरमाया माहौल: अजय तिर्की बोले- झंडा जरूर गाड़ा जाएगा, बिल्डरों से सांठगांठ का आरोप

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रांची: झंडागड़ी विवाद को लेकर शनिवार को क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल देखा गया। आदिवासी नेता अजय तिर्की ने स्पष्ट कहा कि “भले ही आज झंडा नहीं गाड़ पाए हों, लेकिन आने वाले दिनों में झंडा जरूर गाड़ा जाएगा। यह भूमि आदिवासियों की है और इस पर उनका हक है।” उन्होंने बिल्डरों और प्रशासन पर आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश का आरोप लगाया।

अजय तिर्की ने कहा कि जब झंडा हटाया गया था, उस वक्त कोई ‘लोकल पहान’ मौजूद नहीं था, लेकिन अब झंडा लगाने की बात आते ही नियम-कानून की दुहाई दी जा रही है। उन्होंने दावा किया कि बिल्डरों से पैसे लेकर कुछ स्थानीय लोग झंडा हटवाने की कोशिश कर रहे हैं और धार्मिक भावनाओं को भड़काकर जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, “बिल्डरों ने कुछ लोगों को पैसे दिए हैं, और जब वे झंडा नहीं हटा पा रहे हैं तो अब उन्हें धमकी दी जा रही है कि अगर काम नहीं किया तो उनका पर्दाफाश कर दिया जाएगा।” तिर्की ने यह भी आरोप लगाया कि झंडा हटाने के वक्त बिल्डर का भतीजा भी वहां मौजूद था, जिससे यह साफ होता है कि यह पूरा मामला सुनियोजित है।

इस दौरान जब निशा भगत के बारे में पूछा गया, तो अजय तिर्की ने उनके मानसिक संतुलन पर सवाल खड़े किए और कहा कि वह विवाद को हवा देने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका कैरेक्टर सोशल मीडिया पर पहले ही उजागर हो चुका है।