इस्लामाबाद : इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया है.
डिप्टी स्पीकर ने विदेशी साजिश का आरोप लगाकर खारिज कर दिया.
इसी के साथ संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है.
इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने संबोधन में बताया कि
उन्होंने राष्ट्रपति से नेशनल असेंबली खारिज करने की सिफारिश की है और ताजा चुनाव कराने की सलाह दी है.
राष्ट्रपति ने भंग की संसद
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली और
सभी प्रांतीय विधानसभाओं को भंग कर दिया है.
संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद इमरान खान ने
राष्ट्रपति के पास संसद भंग करने की सिफारिश भेजी थी.
अब इमरान चुनाव तक कार्यकारी पीएम बने रहेंगे. पाकिस्तान में 90 दिनों के अंदर चुनाव होंगे.
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने पर इमरान खान ने राष्ट्र को किया संबोधित
इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के बाद ही देश को संबोधित किया. उन्होंने फिर विदेशी साजिश होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ‘मैं कौम से कहता हूं कि आप चुनावों की तैयारी करें, कोई विदेशी ताकत इस कौम का मुस्तकबिल नहीं तय करेगा.’
इमरान खान अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे- फवाद चौधरी
पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत प्रधानमंत्री इमरान खान अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे. मंत्रिमंडल भंग कर दिया गया है.
संसद में विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन
इमरान खान के सरप्राइज से पाकिस्तान में हाहाकार मच गया है. पाकिस्तान में अब आम चुनाव कराए जाएंगे. संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद देश के नाम संबोधन में. इमरान खान ने बताया कि मैंने राष्ट्रपति के पास संसद भंग करने की सिफारिश भेज दी है. अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद अब इमरान चुनाव तक कार्यकारी पीएम बने रहेंगे. उधर संसद में विपक्ष जोरदार प्रदर्शन कर रहा है. विपक्ष ने धरना देने की धमकी दी है.
लोगों को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए- इमरान
प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामाबाद प्रशासन को पिछले सप्ताह में लिए गए सभी अतिरिक्त सुरक्षा अवरोधों को दूर करने का निर्देश दिया है. पीएम इमरान ने कहा है कि लोगों को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए.
बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने जारी किया वीडियो
विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने एक वीडियो जारी कर प्रस्ताव खारिज होने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ‘सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है, जो इन्होंने प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं होने दी. संयुक्त विपक्ष संसद से जाने वाला नहीं है. हमारे वकील सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. हम सभी संस्थाओं की सुरक्षा, रक्षा और पाकिस्तान के संविधान के लागू करने को लेकर आह्वान कर रहे हैं.’