Palamu : राज्य सरकार के तुगलकी फरमान के कारण 12 अभ्यर्थियों ने अपनी जान गंवायी-अमर बाउरी का बड़ा आरोप…

Palamu : नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने राज्य में हो रही उत्पाद सिपाही बहाली में अभ्यर्थियों के मौत के बाद कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि युवाओं पर ही दवा और नशा कर दौड़ने का आरोप लगा रहे है। जिस तरह से भादो की उमस भरी गर्मी में उत्पाद विभाग में सिपाही की भर्ती को लेकर दौड़ हो रहा है और इस दौड़ में अभी तक 11 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, उससे लगता है कि राज्य सरकार नौकरी नही मौत बांटने का काम कर रही है।

Palamu : मृत अभ्यर्थी के परिजनों से की मुलाकात

अमर कुमार बाउरी ने उत्पाद विभाग सिपाही दौड़ में अरुण कुमार की मौत के बाद उसके परिजनों से मुलाकात करने के दौरान कहीं। अमर बाउरी छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में सिपाही बहाली में हुए अभ्यर्थी की मौत के बाद उनके परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे। मृतक अरुण कुमार के पिता ने बताया कि अरुण उनका सबसे छोटा बेटा था और पढ़ने में काफी तेज था।

उसने कई बार जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा में क्वालीफाई किया था, वही रेलवे की लिखित परीक्षा में भी वह उत्तीर्ण हुआ था। पढ़ाई में काफी होशियार होने के बावजूद भी उसकी सरकारी नौकरी नहीं लग रही थी। वह राज्य सरकार में अधिकारी बनने का सपना पाले हुए था लेकिन उत्पाद विभाग के दौर के दौरान बेहोश हो जाने और उसके बाद उसकी मृत्यु हो जाने से पूरा परिवार टूट गया है।

परिजनों ने मौत का कारण जिला प्रशासन पर लगाया

मृतक की बहन ने बताया की किस तरह से जिला प्रशासन ने उसके बेहोश हुए भाई को बिना किसी परिजन की जानकारी के सदर अस्पताल में एडमिट करवा दिया, जहां किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। सदर अस्पताल ने रिम्स रेफर कर दिया, लेकिन अरुण की स्थिति अच्छी न होने के कारण उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। परिजनों ने मौत का कारण जिला प्रशासन पर लगाया।

राज्य सरकार युवाओ से डर गई है भानू प्रताप शाही

अमर बाउरी ने पूरे मामले में मृतक के परिजनों को केस करने का सुझाव दिया है वहीं पार्टी के तरफ से भी मामले में जनहित याचिका डाले जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस सरकार को सभी मृतकों के परिजनों को मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने होगा। भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि राज्य सरकार युवाओ से डर गई है, इसलिए आनन-फानन में सरकार गलत समय पर दौड़ जैसी परीक्षा ले रही है।

सामान्य तौर पर ऐसी परीक्षा नवंबर से फरवरी के बीच ली जाती है। सरकार के असमय इस परीक्षा के कारण अब तक 11 युवाओं की जान चली गयी है। राज्य के युवा इस का जवाब जरूर देगी। मुलाकात के दौरान छतरपुर विधायक पुष्पा देवी, भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, सांसद पलामू बीडी राम, पूर्व सांसद घूरन राम, जिला अध्यक्ष एवं अन्य उपस्थित थे।

Share with family and friends: