रांचीः नमाज कक्ष का आंवटन मामले में भाजपा का विधान सभा का घेराव और विधान सभा घेराव के दौरान किये गए लाठीचार्ज पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विधायक अमर बाउरी ने कहा है कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, लेकिन स्पीकर के द्वारा एक गलत फैसला लिया गया, झारखणड की सवा तीन करोड़ जनता का प्रतिनिधि बन कर भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध कर रही थी, इस घेराव की जानकारी पदाधिकारियों को दे दी गई थी।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बेहद अनुशासित तरीके से, बगैर किसी गलत नारेबाजी के कई किलोमीटर का सफर तय कर जगरनाथपुर मंदिर के पास पहुंचे गए थें, हमारी कोशिश थी कि इस प्रदर्शन से किसी को तकलीफ नहीं हो, बातचीत भी चल ही रही थी, लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार के इशारे पर सुनियोजित तरीके से हमला करवाया गया, निशाने पर मैं और बाबूलाल मरांडी थें, बेदर्दी से महिलाओं का कपड़े फाड़े गए।
विधानसभा अध्यक्ष ने जो सात सदस्यीय जांच कमिटी बनाई गई है वह सवा तीन करोड़ जनता का दबाव का नतीजा है। बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा किया जा रहा है। बैक डेट से मुकदमा दायर किया जा रहा है।
कांग्रेस बाबा साहेब के संविधान को नहीं मानती – अमर बाउरी
जबकि कोल इंडिया पर बकाये पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरोन के बयान पर दीपक प्रकाश ने कहा कि ‘चले न जाने आंगन टेढ़ा’ जब गुरुजी भी कोल मंत्री थे, तब कोल इंडिया पर कितने बकाये थे और भुगतान के लिए क्या किया गया?
जबकि अमर बाउरी ने कहा सरकार ने 19 महीने पूरे कर लिया है, लेकिन अब तक अपनी घोषणा को पूरा नहीं कर पाई है और इन सारे प्रश्नों का जवाब मानसून सत्र में लिया जाना था। यह सरकार बाबा साहेब के संविधान का पालन नहीं कर रही है। कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब अंबेडकर को सम्मान नहीं दिया और न ही बाबा साहेब के संविधान को मानती है। हेमंत सरकार ने वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए लोकतंत्र की मर्यादा को ध्वस्त कर दिया। नियोजन नीति में कई भाषाओं को गायब कर दिया गया।
सामाजिक न्याय की बात सभी दलों द्वारा किया जाता है, लेकिन ये सामाजिक न्याय देने का काम सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। भूखल घासी की मौत के बाद भी इस सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा, सरकार की कोशिश इस मामले को दबाने की थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया।