NEW DELHI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा ‘ कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा इको सिस्टम, समर्थक उछल रहे थे. और खुश होकर कहने लगे ये हुई ना बात’. बिना नाम लिये राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी जिक्र किया.
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा ‘ये कह कह कर हम दिल को बहला रहे हैं. वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं. जब माननीय राष्ट्रपतिजी का भाषण चल रहा था तब कई कन्नी काट चुके थे. कई ने तो राष्ट्रपतिजी का अपमान भी कर चुके हैं.
PM मोदी : सदन में हंसी मजाक, टीका टिप्पणी, नोंक-झोंक होता रहता है
राष्ट्रपतिजी के अभिभाषण को कोट कर रहा हूं, मुझे खुशी है किसी ने विरोध नहीं किया. सबने स्वीकार किया. सबके प्रयास के कारण इन सभी बातों को सदन में स्वीकृति मिली है. सदन में हंसी मजाक, टीका टिप्पणी, नोंक-झोंक होता रहता है. आज राष्ट्र के सामने गौरव का क्षण है. देश ने सेलिब्रेट किया है.
सौ साल में आई हुई से भयंकर बीमारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बंटा हुआ विश्व, इस स्थिति में भी देश को जिस प्रकार से संभाला गया है. इससे देश गौरव से भर रहा है.
PM मोदी : ‘140 करोड़ लोगों का सामर्थ्य चुनौतियों के सामने डट कर खड़ा है’
चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है. 140 करोड़ लोगों का सामर्थ्य चुनौतियों के सामने डट कर खड़ा है. अनेकों देशों में अस्थिरता का माहौल है, कई देशों में भीषण महंगाई है, हमारे पड़ोस में भी खाने तक का संकट है. ऐसे समय में भी देश दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बना है.
भारत को लेकर पूरे विश्व में एक आशा है, एक पॉजिटिविटी है. ये भी आशा है कि जी-20 की मेजबानी का अवसर भी मिला है. ये 140 करोड़ देशवासियों को गौरव महसूस हो रहा है.
‘देश में स्थिर सरकार है और उसका भरोसा स्वाभाविक होता है’
आज दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है.
जो भविष्य का अच्छे से अनुमान लगा सकते हैं,
उन्हें भारत के प्रति बहुत आशा, विश्वास और उमंग है. आज पूरी दुनिया आशा की नजरों से
इसलिये देख रहा है क्योंकि भारत में बन रही नई संभावनाओं
और स्थिरता है. भारत में दो तीन दशक अस्थिरता का रहा है.
आज देश में स्थिर सरकार है और उसका भरोसा स्वाभाविक होता है.
एक पूर्ण बहुमत की सरकार राष्ट्रहित में फैसले लेने में सक्षम होती है.
देश को समय की मांग के अनुसार जो चाहिये उसे देते रहना चाहिए.
‘विश्व के कई देश वैश्विक मंच पर भारत का धन्यवाद करते हैं’
इस कोरोना काल में मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयारी हुई.
अपने करोड़ों नागरिकों को मुफ्त में वैक्सीन लगाए.
150 से ज्यादा देशों को दवाएं और वैक्सीन पहुंचाये.
आज विश्व के कई देश वैश्विक मंच पर भारत का धन्यवाद करते हैं.
भारत के गौरव का गुणगान करते हैं.
डिजिटल इंडिया की चारों ओर काफी वाहवाही हो रही थी.
कोरोनाकाल में अपने नागरिकों को आर्थिक सहायता पहुंचाना चाहते थे
लेकिन कर नहीं पाते थे. कोरोना काल में हजारों हजार करोड़ लोगों तक पहुंचा पाये.
आज देश पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है. कोविन सर्टिफिकेट सेकेंड में दे देते थे.