पटना : पटना में शराब को लेकर पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर जमकर मनमानी करना शुरू कर दिया है. पुलिसकर्मी शराब की खोजबीन में शादी समारोह में ख़लल डालने भी पहुंच जा रहे है. ऐसा ही वाक़या पटना के राजीव नगर इलाक़े में देखने को मिला, जहां शराब ढूंढ़ने के नाम पर पुलिस ने शादी वाले घर में छापा मारा और दुल्हन के कमरे तक की तलाशी कर डाली. अब इस कार्रवाई पर सियासत भी तेज हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित कई नेता भी इस मामले पर कूद पड़े हैं. वहीं आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पुलिसकर्मियों ने लड़की के कमरे में घुस कर एक-एक जगह की तलाशी ली. हालांकि पुलिस को इस छापेमारी में कुछ भी हाथ नहीं लगा. सवाल ये की क्या पुलिस शराब ढूंढ़ने के चक्कर में किसी के नीजता का भी ख़याल रखना जरूरी नहीं समझ रही है. हद तो तब हो गई जब जांच करते-करते पुलिसवाले दुल्हन के कमरे में भी घुस गए और वहां भी तलाशी शुरू कर दी. इस दौरान कई सारे कीमती गहने सहित कमरे में बिखरा पड़ा था और कमरे में दूसरी महिलाएं भी मौजूद थी. चौंकानेवाली बात यह कि महिलाओं के कमरे की तलाशी ली जाती रही, लेकिन साथ में कोई महिला पुलिसकर्मी नजर नहीं आई. जब तक पुलिसवाले वहां मौजूद रहे, तब तक वर-वधू दोनों पक्ष के लोगों में टेंशन साफ देखी जा रही थी.
सीएम नीतीश ने कार्रवाई का किया समर्थन
शराब की जांच के बहाने एक शादी समारोह में पटना पुलिस द्वारा दुल्हन के कमरे में घुसकर तलाशी लिए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस पूरी घटना की निंदा करते हुए इस निजता का हनन करार दिया है. वहीं दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पूरी कार्रवाई का समर्थन किया. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से हर कार्रवाई की निगरानी की जा रही है. पुलिस को यह सूचना मिली कि कुछ लोग शादी समारोह में शराब पीकर आ रहे हैं. जिसके बाद पुलिस को जांच के लिए भेजी गई. इसके लिए किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए. यह बहुत अच्छा है. अगर गलत नहीं हैं तो डरने की भी जरुरत नहीं है.
यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है – राबड़ी देवी
शराबबंदी के नाम पर शादी समारोह में बिहार पुलिस की कार्रवाई का पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है. बिहार में शराब कैसे व क्यों पहुंच रही है, कौन पहुंचा रहा है? उसकी जांच और खोजबीन नहीं हो रही है, लेकिन उल्टा सनकी सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है?
राबड़ी देवी ने कहा अब लोग शादी करें, यात्रा करें, काम करें या तानाशाह की सनक मिटाए. बिहार पुलिस, शराब माफिया और सरकार के गठजोड़ से ये खुद शराब मंगवाते, बेचते और बिकवाते हैं. उस पर कारवाई ना करने की बजाय आम नागरिकों को परेशान करना, उनकी निजता का उल्लंघन कर उनके निजी जीवन में अतिक्रमण करना कौन सा क़ानून है? शीर्ष पुलिस अधिकारियों पर आज तक क्या कारवाई हुई? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जवाब दें.
यह कैसा सुशासन है नीतीश बाबू ! दुल्हन के कमरे में कर दी छापेमारी- जगदानंद सिंह
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस मामले को लेकर सुशासन की सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह कैसा सुशासन है नीतीश बाबू. जब आपकी पुलिस दुल्हन के कमरे में जाकर छापेमारी करे जबकि दुल्हन के कमरे में शादी वाले दिन उनके परिवार के लोग भी जाने से बचते हैं. जो दुल्हन नए जिंदगी में प्रवेश करना चाह रही है, उस दुल्हन के कमरे में छापेमारी कर रही है. दुल्हन के कमरे में छापेमारी कर क्या दिखाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू तो है लेकिन खुलेआम शराब बिक रहा है.
उन्होंने कहा कि हम शराबबंदी के खिलाफ नहीं है, लेकिन शराबबंदी जिस तरीके से बिहार में अभी लागू है हम उसके खिलाफ हैं. वही आईएएस केके पाठक की वापसी को लेकर जगदानंद सिंह ने कहा कि पहले भी जब शराबबंदी लागू हुई थी तो उस वक्त भी आईएएस केके पाठक की मध्य निषेध विभाग के सचिव थे और कई लोगों को पकड़ा, लेकिन जैसे ही जदयू के एक कार्यकर्ता का नाम शराब व्यवसाय में सामने आया तो पाठक जी की बदली हो गयी. इससे समाज में मैसेज गया कि नीतीश बाबू ने सरकार के राजस्व की वसूली बंद कर दी है, लेकिन कार्यकर्ताओं से राजस्व की वसूली अभी भी चालू ही है. ऊपर तक जांच क्यों नहीं की जाती है. हम मांग करते हैं कि ऊपर तक जांच हो. अगर ऊपर तक जांच होगी तो शराब माफिया भी गिरफ्त में आएंगे.
राबडी देवी के ट्वीट पर दीपा मांझी का पलटवार
शादी समारोह में पुलिस की छापेमारी पर राबडी देवी के ट्वीट पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बहु दीपा मांझी ने पलटवार किया है. दीपा मांझी ने ट्वीट करते हुए कहा कि वाह “जंगलराज की महारानी जी” वाह, अब आप यह तो मान रहीं हैं ना कि सरकार शराबबंदी को लेकर बहुत सख्त है. ई बात अप्पन बेटवा के बता दिजिए. वईसे एगो बात कहें- आपके राज में महिलाओं की क्या स्थिति थी थोडा उसका भी बखान कर दिजिए. “गर्भवती महिलाओं को दिन दहाड़े आपके लोग उठाकर ले जातें थें.”