रांचीः राजधानी में पिछले वर्ष 10 जून को हुए सांप्रदायिक हिंसा के एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपी नजमी हसन ने इंस्टाग्राम पर कई भड़काऊ मैसेज डाले थे, जिसके बाद से वह पुलिस की रडार पर था. राजधानी में पिछले साल 10 जून को मेन रोड इलाके में हुए हिंसक झड़प को लेकर कार्रवाई अभी भी जारी है.
इसी मामले में हिंदपीढ़ी पुलिस ने दस जून की घटना के बाद व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम में भीड़ को उकसाने का मैसेज वायरल करने के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जेल जाने वाले आरोपी का नाम नजमी हसन है और वह हिंदपीढ़ी फस्ट स्ट्रीट का रहने वाला है.
हिंदपीढ़ी पुलिस के अनुसार भाजपा नेत्री नुपूर शर्मा के बयान के विरोध में दस जून 2022 को रांची में एक समुदाय के लोग सड़क पर उतर आए थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रव मचाने लगे. इस दौरान पुलिस पर जमकर पथराव किया गया था. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की.
जिसमें साहिल और मुद्दसिर की गोली लगने से मौत हो गई. इस घटना के अगले दिन आरोपी ने इंस्टाग्राम पर मैसेज किया कि समुदाय के लोग साहिल और मुद्दसिर की हत्या का बदला लेने के लिए सड़क पर उतरें. मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस को आरोपी के खिलाफ जानकारी मिली.
इसके बाद हिंदपीढ़ी थाने में आरोपी के खिलाफ 13 जून को प्राथमिकी दर्ज की गई थी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थ. इसी क्रम में बुधवार को पुलिस ने आरोपी के हिंदपीढ़ी फस्ट स्ट्रीट स्थित घर पर छापेमारी कर उसे दबोच लिया. रांची दंगे के आरोपी नजमी हसन पर जब से प्राथमिकी दर्ज हुई तब से वह फरार चल रहा था. पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि वह अपने घर में ही है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.