डिजीटल डेस्क : लोकसभा के पहले चरण के मतदान के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग की पैनी नजर है। नक्सल प्रभावित इलाकों में जीरो रिस्क लेते हुए मतदान कर्मियों और सुरक्षाबलों की टीम को आयोग ने हेलीकॉप्टर से उनके तैनाती स्थल पर पहुंचवाया है। झारखंड की सीमा पर बिहार के औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के इमामगंज विधानसभा अंतर्गत छकरबंधा में इस वर्ष पहली बार जिला प्रशासन ने इलाके में हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों को पहुंचाया है।
यह इलाका नक्सलियों की विध्वंसक कार्रवाइयों के लिए कुख्यात रहा है। इस क्षेत्र में चुनाव के दौरान नक्सलियों ने कई बार विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम दिया है। इसी कारण चुनाव आयोग के लिए इस क्षेत्र में चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराना एक चुनौती रहा है। उसी क्रम में ऐहतियाती तौर पर आयोग ने चुनाव के दौरान मतदान कर्मी और सुरक्षा बलों को जान माल की क्षति ना हो, इसीलिए यह पहल की है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शुक्रवार को गया और औरंगाबाद लोकसभा सीट पर मतदान होना है।
नक्सल प्रभावित मतदान क्षेत्रों में ड्रोन से भी हो रही निगरानी
गया में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में मतदान होना है। गया कॉलेज में बनाये गए डिस्पैच सेंटर से सभी पोलिंग पार्टी ईवीएम लेकर अपने बूथों के लिए पुलिस के साथ रवाना हो रहे है। गया के जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन ने बताया कि आज सभी डिस्पैच सेंटर से पोलिंग पार्टी और फ़ोर्स का मिलान हो रहा है। ये सभी लोग शांतिपूर्वक आने बूथ पर पहुंच कर पूरी तैयारी करेंगे। सभी जगहों पर प्रशासन के द्वारा नजर रखी गई है।
कही भी वोटर को मतदान करने में दिक्कत नहीं हो, इस पर खास फोकस है। जो संवेदनशील इलाके हैं, वहां कड़ी नजर रखी जा रही है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पहले चरण में के मतदान में कई नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी हैं। उसमे भी मतदान होना रहा है। उसको लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। डुमरिया के छकरबंधा गांव में पोलिंग पार्टी और पुलिस बल को हेलिकॉप्टर से उतारा गया है।
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