छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा की मनोविज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. प्रो. पूनम सिंह की अध्यक्षता में विभाग के छात्रों एवं शोधार्थियों ने विकसित भारत @2047 पर अपने विचारों की दृष्टि योजना प्रस्तुत की। प्रो. आशारानी के द्वारा आज के इस आयोजन का विषय प्रवेश किया गया उन्होंने अपने सम्बोधन में विकसित भारत के मूल उद्देश्य को स्पष्ट किया।
प्रो. अनिल सिंह ने भी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए विकसित भारत की ओर अपना कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. उदय शंकर ओझा ने कहा कि आप जो भी करे देश की हित मे करे सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़े। प्रो. रामध्यान राय ने इस अवसर पर कहा कि मनोवैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाय तो हमे अपने सोच को विकसित करने की अवश्यकश्ता है। बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार को जबतक अपने सोच से प्रतिबंधित नहीं करेंगे तो विकसित भारत की कल्पना कैसे करेंगे।
आज के इस आयोजन में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डॉ. पूनम सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आत्म निर्भर भारत बनाने की आवश्यकता है। हमें ब्रांड के पीछे नहीं बल्कि लोकल के लिए भोकल होने की आवश्यकता है। क्योंकि भारत का ज्ञान और भारत की परंपरा और भारतीए युवाओं की क्षमता सदैव और देशों से बेहतर रहा है।
इस अवसर पर शोधार्थी मनोरंजन पाठक, नवलेश कुमार, आकाश कुमार, फिरोज, विजय कुमार, रितिका कुमारी, पूजा कुमारी, प्रियंका कुमारी, रिंकी कुमारी, ऋतु कुमारी और अनुपम कुमारी सहित दर्जनों शोधार्थिओं ने विकसित भारत को लेकर अपनी अपनी बातें रखी। आज के इस आयोजन का मंच संचालन शोधार्थी अंकित कुमार ने किया। वहीं इस अवसर पे समाज विज्ञान संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रो. अनिल सिंह एवं आइक्यूएसी के जयप्रकाश विश्व विद्यालय के निदेशक प्रो. उदय शंकर ओझा मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापक प्रो. आशारानी और प्रो. रामध्यान राय सहित सैकड़ों शोधार्थी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
मनोरंजन पाठक की रिपोर्ट