रांची. प्रख्यात सांख्यिकीविद प्रो. पीसी महालनोबिस की जयंती पर भारत में सांख्यिकी के महत्व को उजागर करने और इसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में इस वर्ष भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, रांची में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास के अनुमोदन पर किया गया। उन्होंने अपनी शुभेच्छा प्रकट की।
सीयूजे में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस पर कार्यक्रम
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. रतन कुमार डे, निदेशक, आईक्यूएसी, का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इस दौरान विभिन्न प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। डॉ. पी.के. परीडा, विभागाध्यक्ष, गणित विभाग, ने सांख्यिकी के विभिन्न क्षेत्रों में इसके अनुप्रयोगों पर व्याख्यान दिया। उन्होंने आंकड़ों का निर्णय लेने में भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रो. कुंज बिहारी पंडा, विभागाध्यक्ष, सांख्यिकी विभाग, ने सांख्यिकी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की और इसके उपयोग के बारे में बताया।
प्रो. रतन कुमार डे, निदेशक, आईक्यूएसी ने आधुनिक युग में सांख्यिकी के महत्व और इसकी भूमिका पर जोर दिया। डॉ. हृषिकेश महतो, एसोसिएट प्रोफेसर, गणित विभाग ने दैनिक जीवन में सांख्यिकी के महत्व पर अभिभाषण दिया। इसके अलावा, ऑनलाइन माध्यम से भी प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए। डॉ. प्रभाता दास, सहायक निदेशक, एनएसएसओ (एफओडी), क्षेत्रीय कार्यालय शिलांग ने सांख्यिकी के शासकीय उपयोग पर प्रकाश डाला।
भाषिस पंडा, वरिष्ठ डेटा वैज्ञानिक, डी ई शॉ, हैदराबाद, ने सांख्यिकी के व्यावहारिक अनुप्रयोगों और डेटा विज्ञान के क्षेत्र में इसके महत्व पर चर्चा की। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सांख्यिकी की उपयोगिता और महत्व को समझा। कार्यक्रम के अंत में प्रो. पंडा ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में सभी की भागीदारी की सराहना की। इस प्रकार, राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा और सभी ने सांख्यिकी के उपयोग और महत्व को गहराई से समझा।