धनबाद: जिले के सुदामडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत शेरापट्टी बस्ती के निवासी इन दिनों भय और दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं। इलाके में लगातार हो रही अवैध खनन ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि बीते छह महीनों से बंद पड़ी छह नंबर कोलियरी के हवा चानक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोयला माफिया सक्रिय हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो तस्करों और उनके गुर्गों द्वारा जान से मारने की धमकियां दी गईं। यहां तक कि ग्रामीण अब रात में चैन की नींद भी नहीं सो पाते — हर वक्त घर ध्वस्त होने का डर सताता रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार स्थानीय पुलिस से गुहार लगाई, हाथ जोड़े, विनती की कि इस अवैध खनन पर रोक लगाई जाए, लेकिन उनकी बातें अनसुनी कर दी गईं। परेशान होकर उन्होंने झरिया विधायक रागिनी सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी।
शुक्रवार की रात लगभग सवा 11 बजे विधायक रागिनी सिंह अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। वहां कोयला चोरी का मंजर देखकर वे दंग रह गईं। उन्होंने तुरंत सुदामडीह थाना पुलिस, सीआईएसएफ अधिकारियों और बीसीसीएल प्रबंधन को फोन कर पूरे मामले से अवगत कराया।
घटनास्थल पर घंटों देरी से पहुंची पुलिस और सीआईएसएफ की टीम ने करीब दो हजार बोरी अवैध कोयला जब्त किया। मौके पर विधायक ने बीसीसीएल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाते हुए अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, “बीसीसीएल, जिला प्रशासन और सीआईएसएफ की नाक के नीचे से यह सब हो रहा है और सभी चुप हैं। यह आम जनता और सरकार — दोनों के साथ खिलवाड़ है। अगर कोई अनहोनी हो गई तो ये सभी एजेंसियां भाग जाएंगी और भुगतना आम लोगों को पड़ेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि बीसीसीएल के अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहे, जो इस बात का संकेत है कि अवैध खनन उनकी मिलीभगत से हो रहा है। विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि झरिया विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय लोगों ने एक स्वर में प्रशासन से अपील की है कि उन्हें भयमुक्त जीवन जीने का अधिकार दिया जाए और इस कोयला माफिया के आतंक से निजात दिलाई जाए।