लगातार हो रहे दुर्घटनाओं से सवालों के घेरे में रेल प्रशासन, 6 दिन में 3 बार डिरेल

बक्सर : बक्सर जिला इन दिनों रेल हादसा का जोन बन चुका है। क्योंकि महज छह दिनों के अंदर ही बक्सर में लगातार तीसरी बार ट्रेन हादसा सामने आया है। जिससे की एक तरफ जहां रेल अधिकारियों के बीच हड़कंप का माहौल कायम हो गया है, वहीं दूसरी तरफ लोगों के बीच इन हादसों ने खौफ का माहौल कायम हो गया है।

बताते चले की बक्सर के रघुनाथपुर में 11 अक्टूबर की रात नौ बजकर 53 मिनट पर 12506 डाउन नार्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस की पूरी बोगियां डीरेल हो गई थी। जिनमें एसी की तीन बोगियां पलट गई थी। इस भीषण हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों जख्मी हो गए थे। जिनका विभिन्न अस्पतालों में अभी भी इलाज जारी है। वहीं इस हादसे के बाद दोनो लाइने पूरी तरह से बाधित हो गई थी, और अप लाइन 36 घंटे तथा डाउन लाइन पर 45 घंटे बाद परिचालन शुरू हो पाय था।

वहीं परिचालन शुरू होते ही रघुनाथपुर में ही लूप लाइन पर इंजन के डिरेल होने से अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया था। जिसे तत्काल दुरुस्त कर अधिकारियों ने राहत की सांस ली थी। अब वहीं आज फिर दो दिनों बाद ही 16 अक्टूबर की रात 10.30 में रघुनाथपुर के पास ही डुमरांव स्टेशन के पास मालगाड़ी का पार्सल बोगी लूप लाइन में डीरेल हो गई, और डाउन लाइन पर फिर से परिचालन बाधित हो गया।

वहीं प्रत्यक्षदर्शी की माने तो डुमरांव स्टेशन के पास तेज आवाज के साथ मालगाड़ी का एक पार्सल बोगी बेपटरी हो गई। वहीं इस मामले पर रेल यात्री कल्याण समिति के सदस्य द्वारा रेलवे को सवालों के घेरे में लेते हुए बताया गया की रेलवे के द्वारा ट्रैक मेंटेनेंस का कार्य सही नही होने के वजह से ऐसी घटनाएं बार बार दोहराई जा रही है।

रंजीत सम्राट की रिपोर्ट

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