Nirsa: आसनसोल रेल डिवीजन द्वारा निरसा विधानसभा के कुमारडूबी में नया नगर, मैथनमोड़ में बुलडोजर चलाया गया और कई घरों को तोड़ा गया। इस बीच रेलवे के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर दिखा। आंखों में आंसू लिये महिलाओं ने रेलवे प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा इस ठिठुरती ठंड में रेलवे ने हमें घर खाली करने का समय नहीं दिया और आज हमारे आशियाने को उजाड़ने पहुंच गये। आखिर हम अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर कहां जाए। इस दौरान लगभग तीन दर्जन से भी अधिक घरों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया। बता दें कि, फ्राइट कॉरिडोर निर्माण को लेकर रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा है।
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Nirsa: विधायक का आश्वासन
इधर घटना की खबर पाकर विधायक अरूप चटर्जी और जिप सदस्य गुलाम कुरैशी मौके पर पहुंचकर लोगों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही राज्य की हेमंत सरकार से बात कर पुनर्वास करने का काम करेंगे। जिप सदस्य सह झामुमो युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गुलाम कुरैशी ने बताया कि रेल केंद्र सरकार के अधीन आता है, लेकिन उसके बावजूद भी केंद्र की ओर से ऐसे गरीब जो पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय से रह रहे हैं, उनके पुनर्वास को लेकर आज केंद्र की ओर से किसी भी तरह की कोई पहल नहीं की जा रही है। हमलोग सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक बात पहुंचाएंगे और ऐसे विस्थापितों के पुनर्वास को लेकर जल्द पहल करने का काम करेंगे।
Nirsa: जल्द विस्थापितों का बसाया जाएगा
वहीं निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने मौके पर पहुंचकर संबंधित अधिकारी से बात कर दो टूक कहा। उन्होंने कहा कि जितनी मार्किंग की गई है, उतना ही टूटना चाहिए, उससे ज्यादा नहीं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिनका आशियाना छीना जा रहा है, उनके बीच गुस्सा स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर ऐसे सभी विस्थापितों को सरकार व प्रशासन से बात कर बसाने का काम करेंगे।
Nirsa: रेलवे विभाग के आदेश पर कार्रवाई
वहीं रेल इंस्पेक्टर हवा सिंह ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा आदेश के अनुसार आज 30 से 37 घरों को तोड़ने की प्रक्रिया की गई और शांतिपूर्ण तरीके से तोड़ा गया। रेलवे पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। विभाग द्वारा अगले आदेश के बाद ही तोड़फोड़ की प्रक्रिया जारी होगी।
संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट