रांची: सिरमटोली फ्लाईओवर पर रैंप निर्माण के विरोध में सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा ने शनिवार को रांची बंद का आह्वान किया है। इस बंद को 40 से अधिक आदिवासी संगठनों और सरना समितियों का समर्थन प्राप्त है। हालांकि, एम्बुलेंस, अस्पताल और परीक्षाओं जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है।
शुक्रवार शाम मोर्चा के बैनर तले आदिवासी संगठनों ने मशाल जुलूस निकालकर लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की। वहीं, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, दुकानदार संघों और वाहन संघों से समर्थन मांगा गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरहुल पर्व पर करीब तीन लाख लोग सिरमटोली सरना स्थल पहुंचते हैं, जहां फ्लाईओवर रैंप बनने से उनके आवागमन में बाधा होगी। इसलिए वे रैंप को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं।
बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। प्रमुख चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा, जबकि अल्बर्ट एक्का चौक पर वाटर कैनन भी उपलब्ध रहेगा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखने की बात कही है और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण विरोध की अपील की है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि बंद के दौरान तोड़फोड़ या हिंसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी व्यापारी, वाहन चालक या आम नागरिक पर बंद में शामिल होने का दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। चूंकि विधानसभा सत्र और बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, इसलिए परीक्षार्थियों को कोई असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
शनिवार को 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए रांची के कई स्कूलों को बंद से मुक्त रखा गया है। रांची सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स की अध्यक्ष परमजीत कौर के अनुसार, डीपीएस, सरला बिरला, सुरेंद्रनाथ, कैंब्रियन, ब्रिजफोर्ड और डीएवी ग्रुप के स्कूल खुले रहेंगे, ताकि परीक्षार्थियों को कोई परेशानी न हो।
रांची बंद को लेकर आदिवासी संगठनों और प्रशासन दोनों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। अब देखना होगा कि विरोध कितना असरदार होता है और प्रशासन इसे किस तरह नियंत्रित करता है।